‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 15 अप्रैल। सुशासन दिवस पर भी ग्राम पंचायत सचिव शासकीयकरण की मांग को लेकर हड़ताल पर डटे रहे। आज 28वें दिन भी उनका अनिश्चिकालीन हड़ताल जारी रहा। इस दौरान आयुष कर्मचारी अधिकारी संघ ने भी पंडाल में पहुंचकर ग्राम पंचायत सचिवों की मांगों का समर्थन किया।
प्रदेश पंचायत सचिव संघ के दुर्ग ब्लाक अध्यक्ष निमेष भोयर ने कहा कि प्रदेश पंचायत सचिव संघ रायपुर के प्रांतीय आह्वान पर 17 मार्च से अनिश्चितकालीन आंदोलन पर है। आज भी ब्लॉक इकाई दुर्ग के समस्त सचिव धरना स्थल जनपद पंचायत दुर्ग के सामने बैठे रहे। पूरा देश संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती को सुशासन दिवस के रूप में मना रहा है। वहीं पंचायत सचिव इसी छत्तीसगढ़ शासन की सुशासन दिवस को अपनी हड़ताल पंडाल पर मना रहा है।
उन्होंने सवाल उठाया कि यह कैसा सुशासन है। जो सरकार अपने द्वारा किए गए वादे को पूर्ण कर नहीं पा रही है। सुशासन को साबित करने में शासन के पसीने छूट रहे हैं। धरना धरना स्थल में समर्थन देने हेतु छत्तीसगढ़ आयुष कर्मचारी अधिकारी संघ के सौरभ पांडे प्रांतीय प्रवक्ता, दिनेश बनवेकर जिला कोषाध्यक्ष टीकम साहू पूर्व प्रांताध्यक्ष उपस्थित रहे।
श्री भोयर ने कहा कि जो सचिव शासन के विभिन्न 29 विभागों के 200 प्रकार के कार्यों का संपादन कर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करता है। शासन के निचले स्तर तक अंतिम व्यक्ति तक जो सचिव शासन की योजनाओं को क्रियान्वयन करती है और लाभ पहुंचती है। आज सडक़ों पर आ गए हैं। वर्ष 1995 से कार्यरत पंचायत सचिव जो उम्र दराज हो चुके हैं और 30- 30 वर्षों तक अपनी सेवाएं दे चुके हैं। रिटायरमेंट के कगार पर है। कई साथी जो 65 वर्ष की उम्र पार कर रिटायरमेंट हो चुके हैं। उनके सामने आजीविका की समस्या पैदा हो गई है। बुढ़ापे का सहारा कर्मचारियों का पेंशन है जो शासकीयकरण के अभाव में नहीं मिल पा रही है। कौड़ी कौड़ी के लिए मोहताज हो गए हैं।
सेवानिवृत्ति पश्चात सचिव को दर-दर की ठोकरे खानी पड़ रही है। अबकी बार प्रदेश भर के सचिवों ने एकजुट होकर ठान लिया है। जब तक शासकीयकरण शासन द्वारा नहीं किया जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा। इस दौरान संघ के जिला सचिव शेषनारायण चंद्रवंशी, धारेन्द्र देवांगन, कमल नारायण साहू, पूनम दुबे, कमला देवांगन, अनामिका चंद्राकर, ईश्वरी साहू, रूपेश सिंह सहित बड़ी संख्या में ग्राम पंचायत सचिव मौजूद थे।