अवैध रूप से संचालित करने के लगे थे आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 25 मार्च। अंबिकापुर की महापौर मंजूषा भगत गार्बेज कैफे का निरीक्षण करने पहुंचीं।
दरअसल, अंबिकापुर नगर निगम के द्वारा प्रतीक्षा बस स्टैंड में गार्बेज कैफे का संचालन किया जाता है। पूर्व की निगम सरकार में गार्बेज कैफे संचालक को मासिक 14500 में अनुबंध करते हुए संचालित करने की अनुमति दी गई थी। शर्तें यह थी कि कोई भी व्यक्ति कचरा बेचकर टोकन प्राप्त करने के बाद कैफे में आकर भोजन अथवा स्वल्पाहार कर सकता है।
वहीं महापौर को मिली शिकायत में यह कहा गया था कि यहां का गार्बेज कैफे में संचालक अवैध रूप से होटल का भी संचालन कर रहा है। महापौर मंजूषा भगत निरीक्षण करते हुए गार्बेज कैफे पहुंच कर संचालक से बातचीत की और पूर्व में हुए अनुबंध कागज को मांगा गया। संचालक ने अनुबंध खत्म होना बताया। इसके बाद महापौर ने नए अनुबंध का कागज प्रस्तुत करने का आदेश संचालक को दिया है।
वाटर एटीएम का किया निरीक्षण
महापौर प्रतीक्षा बस स्टैंड स्थित वाटर एटीएम का निरीक्षण करने पहुंची। दरअसल, लगातार शिकायत मिल रही थी कि अंबिकापुर में पूर्व की नगर निगम सरकार के द्वारा कई जगहों पर वाटर एटीएम की सुविधा प्रदान की गई थी, जो कि लंबे समय से जर्जर व खराब हालात में पड़े हैं।
शिकायत को गंभीरता से लेते हुए वर्तमान महापौर स्वयं वाटर एटीएम पहुंचकर वस्तु स्थिति का जायजा लिया एवं संबंधित अधिकारी कर्मचारियों को जल्द इसे संचालित करने के निर्देश भी महापौर के द्वारा दिए गए।
बताया गया कि अंबिकापुर प्रतीक्षा बस स्टैंड के यात्री प्रतीक्षालय को भी पूर्व की निगम सरकार के द्वारा एक व्यापारी को दुकान के रूप में बेच दिया गया है, जिसके चलते यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है, जिसको लेकर महापौर ने कहा कि संबंधित व्यापारी को राशि वापस देकर उक्त दुकान यात्रियों के आराम की व्यवस्था का प्रयास किया जाएगा।