परिपक्व मत्स्य प्रजनकों की पहचान एवं रख-रखाव सहित निरोगी रखने के बताए उपाय
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 23 मार्च। जिले के विकासखंड भाटापारा अंतर्गत ग्राम रामपुर स्थित प्रदेश का एक मात्र मोनो सेक्स तिलापिया हेचरी एम.एम. फिश सीड कल्टीवेशन प्राइवेट लिमिटेड फिश फार्म का उत्तरप्रदेश एवं ओडिशा के किसानों ने विगत दिनों भ्रमण किया।
किसानों ने मोनो सेक्स तिलापिया प्रजाति की मछली बीज (स्पान) का उत्पादन, वृहद एवं मध्यम आरएएस, मतिन-मण्डल एक्वाटेक जैनेटिक्स केन्द्र एवं कलस्टर में निर्मित नर्सरियों में मत्स्य बीज (फाई एवं फिंगरलिंग) उत्पादन एवं मत्स्य कल्चर का अवलोकन किया। भ्रमण के दौरान मत्स्य कृषकों को परिपक्व मत्स्य प्रजनकों की पहचान एवं रख-रखाव सहित निरोगी रखने के उपाय बताए गए
सहायक संचालक मत्स्य ने बताया कि लगभग 90-100 एकड़ में विकसित एम0एम0फिश सीड कल्टीवेशन फिश फार्म का उत्तर प्रदेश एवं उड़ीसा से आये 50 प्रगतिशील मत्स्य कृषकों क़ो भ्रमण कराया गया । इस फार्म से मोनो सेक्स तिलापिया प्रजाति की मछली बीज को छत्तीसगढ़ , ओडिशा , केरल, उत्तरप्रदेश, झारखण्ड, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान राज्यो में विक्रय किया जाता है। कृषको को विकासखंड सिमगा के ग्राम बैकोनी में रायपुर - बिलासपुर रोड हाईवे पर स्थित मछली चारा फर्म मण्डल एक्वाटेक प्राइवेट लिमिटेड का भ्रमण किया गया। यहां कृषको को फिश फीड के कम्पोजि़ट (मिश्रित) घटक, फिश फीड का महत्व तथा विभिन्न प्रोटीन प्रतिशत के फिश फीड के विषय में जानकारी दी गई । फिश फीड फैक्ट्री में लगभग 150 मे.टन फिश फीड का उत्पादन कर स्थानीय एवं आसपास के राज्यों के मत्स्य कृषकों को विक्रय किया जाता है।