‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 20 मार्च। जिले में बेसहारा मवेशियों की बढ़ती संख्या किसानों और आम जनता के लिए गंभीर समस्या बन चुकी है। ये मवेशी खेतों में घुसकर फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है। वहीं सडक़ों पर मवेशियों के कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं। कई दोपहिया वाहन चालक घायल हुए हैं और कुछ की मौत भी हो चुकी है। इस विकट स्थिति को देखते हुए पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रज्ञा निर्वाणी ने आंदोलन की चेतावनी दी है। उन्होंने ग्रामीणों के बीच जाकर हस्ताक्षर अभियान चलाने की घोषणा की है, ताकि इस समस्या के समाधान के लिए प्रशासन को शीघ्र कार्रवाई के लिए बाध्य किया जा सके।
केवल किसानों की ही नहीं, पूरे समाज की समस्या
प्रज्ञा निर्वाणी ने कहा यह केवल किसानों की नहीं, बल्कि पूरे समाज की समस्या है। हमारी फसलें नष्ट हो रही हैं। सडक़ दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं और प्रशासन मौन बना हुआ है। यदि जल्द समाधान नहीं निकला तो सडक़ पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे। बता दें कि इस मुद्दे को लेकर ग्रामीणों में भी गहरी नाराजगी है और वे बड़ी संख्या में हस्ताक्षर अभियान में शामिल होने को तैयार हैं। आने वाले दिनों में इस अभियान को और तेज किया जाएगा, ताकि प्रशासन इस समस्या को गंभीरता से ले और जल्द से जल्द ठोस समाधान निकाले।
बेमेतरा ब्लॉक के भोईनाभाटा, मोहतरा व नवागांव से लेकर चंदनु झिरिया तुमा तक के किसान लंबे समय से इस समस्या से जूझ रहे हैं। झिरिया निवासी किसान विनोद तिवारी ने बताया कि झटका तार व कांटा फेंसिंग के बावजूद समस्या जस की तस है। वहीं कृषि विभाग के पूर्व जनपद सभापति लाला भारती ने कहा कि यह समस्या 5 साल से है।