‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 19 मार्च। महासमुंद जिले में सरकारी शराब दुकानों में कार्यरत कर्मचारियों का वेतन रुका हुआ है। जिले में 186 कर्मचारी 2 माह से परेशान हैं। उन्होंने 20 मार्च से काम बंद की चेतावनी दी है।
मालूम हो कि जिले में 39 सरकारी देसी और अंग्रेजी शराब दुकानें हैं। इन दुकानों में प्लेसमेंट एजेंसी इगल हंटर के माध्यम से 186 कर्मचारी काम कर रहे हैं। मंगलवार को 50-60 की तादात में कर्मचारी कलेक्टोरेट पहुंचे थे। उन्होंने कलेक्टर विनय कुमार लंगेह को जन चौपाल में शिकायत की। साथ ही आबकारी आयुक्त के नाम भी आवेदन दिया।
इन कर्मचारियों को नवंबर 2024 का वेतन जनवरी 2025 में और दिसंबर 2024 का वेतन फरवरी 2025 में मिला। जनवरी और फरवरी 2025 का वेतन अभी तक नहीं मिला है। बताया कि दिसंबर 2024 में प्रत्येक कर्मचारी से 3000 से 5000 रुपए की अनावश्यक कटौती की गई। एक कर्मचारी का आरोप है कि उसके वेतन से 25 हजार रुपए काट लिए गए।
इनका कहना है कि शराब दुकानों में कर्मचारी रोजाना सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक बिना छुट्टी के काम करते हैं। कुल 186 कर्मचारियों को प्रति माह लगभग 50 लाख रुपए का भुगतान होता है। पिछले 6 महीने से पीएफ की राशि काटी जा रही है। लेकिन कर्मचारियों के खाते में जमा नहीं हो रही।
इस पर प्रभारी जिला आबकारी अधिकारी निधिष कोष्टी ने बताया कि प्लेसमेंट एजेंसी से बात की गई है। जनवरी माह का वेतन आज शाम तक भुगतान करने का आश्वासन दिया गया है। कलेक्टर ने श्रम अधिकारी को भुगतान कराने के निर्देश दिए हैं।