‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,13 मार्च। जनपद पंचायत बागबाहरा में बुधवार को अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव भारी गहमा-गहमी के बीच संपन्न हुआ। कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी केशव नायक राम चंद्राकर ने भाजपा समर्थित प्रत्याशी पूजा एवन साहू को एक मत से हराकर अध्यक्ष पद पर कब्जा किया। केशव चंद्राकर को कुल 25 में से 13 मत, पूजा साहू को 12 मत मिले।
इसी तरह उपाध्यक्ष पद पर कांग्रेस समर्थित तरुण व्यवहार ने जीत दर्ज कर सबको चौंका दिया। तरुण व्यवहार को 13 मत और उनके प्रतिद्वंदी पारस सांखला को 12 मत प्राप्त हुए। एसडीएम उमेश कुमार साहू ने नवनिवर्वाचित अध्यक्ष केशव नायक राम चंद्राकर और उपाध्यक्ष तरुण व्यवहार को निर्वाचन का प्रमाण.पत्र प्रदान किया।
बागबाहरा में कांग्रेस का जनपद अध्यक्ष और उपाध्यक्ष बन जाने से भाजपा में मायूसी छाई हुई है। महासमुंद जिले में केवल बागबाहरा जनपद और नगर पालिका परिषद में भाजपा अपना प्रत्याशी नहीं जीता पाई। राजनीति के जानकारों की मानें तो यहां कांग्रेस विधायक
द्वारिकाधीश यादव की कुशल रणनीति और कांग्रेस के जनपद सदस्यों की एकजुटता ने जीत आसान कर दी।
अध्यक्ष पद पर निर्वाचित होने के बाद केशव नायक राम चंद्राकर ने कहा कि यह जीत आम जनमानस के विश्वास की जीत है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं, विधायक द्वारिकाधीश यादव एवं वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन और सहयोग की बदौलत हमें यह जीत मिली है।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन भाजपा सरकार के दबाव में कई बार परिणाम अपने पक्ष में करने के लिए चुनाव की तारीख को बढ़ाते रही और कई प्रकार के दबाव जनपद सदस्यों पर डाले गए। लेकिन जनता का विश्वास था लिहाजा बागबाहरा जनपद में कांग्रेस का पंजा जीत गया।
पदभार संभालने के बाद सबसे पहली प्राथमिकता के बारे में पूछे जाने पर केशव चंद्राकर ने कहा कि क्षेत्र में जल और सिंचाई के साधन की बहुत कमी है। सिकासेर बांध का पानी बागबाहरा क्षेत्र को दिलाने का भरसक प्रयास किया जाएगा। अब अगले 5 साल जनपद
क्षेत्र के सभी 111 ग्राम पंचायत के सर्वांगीण विकास के लिए एकजुट होकर कार्य करेंगे। नवनिर्वाचित उपाध्यक्ष तरुण व्यवहार ने कहा कि बागबाहरा में जिला सहकारी केंद्रीय बैंक का कार्यालय है। जहां इस क्षेत्र के किसान अपनी मेहनत का पैसा जमा करने और निकालने आते हैं। वहां उन किसानों के लिए ना तो पर्याप्त छाया है और न ही उन्हें पानी पीने को मिलता है। यह उनकी पहली प्राथमिकता है।
मालूम हो कि पुलिस प्रशासन ने जनपद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के मतदान में किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचने के लिए चाक-चौबंद व्यवस्था की थी। जनपद क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया गया था। एक-एक व्यक्ति की तलाशी ली जा रही थी। जनपद अध्यक्ष उपाध्यक्ष का परिणाम जानने के लिए सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण क्षेत्र से दोनों दलों के समर्थक पहुंचे थे।
केशव चंद्राकर की जीत की खबर मिलते ही समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई। डीजे की धुन पर उत्साह से नाचते नजर आए। समर्थकों को कंट्रोल में करने के लिए केशव चंद्राकर के बड़े भाई कृषक कल्याण परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष मदन चंद्राकर मुस्तैदी से लगे हुए थे।
केशव चंद्राकर के जनपद अध्यक्ष बनने के बाद उनके साथ एक दिलचस्प आंकड़ा सामने आया है। केशव चंदाकर अपने परिवार के चौथे सदस्य हैं जो बागबाहरा जनपद पंचायत के अध्यक्ष बने हैं।
सन् 1996 में उनके पिता नायक राम चंदाकर, 2001 में उनकी भाभी रंजना महेंद्र चंद्राकर, 2020 में उनकी उनकी दूसरी भाभी स्मिता हितेश चंद्राकर जनपद अध्यक्ष बन चुके हैं। इसके अलावा केशव चंद्राकर के बड़े भाई महेंद चंदाकर जनपद के सभापति, खुद केशव चंद्राकर एक बार जिला पंचायत सदस्य और संभवत: दो बार जनपद सदस्य भी रह चुके हैं।