जीपीएम एसपी की बैंक प्रबंधकों के साथ बैठक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, 12 मार्च। जिले में बढ़ते साइबर फ्रॉड और म्यूल बैंक खातों के दुरुपयोग को देखते हुए पुलिस अधीक्षक (एसपी) भावना गुप्ता ने बैंक प्रबंधकों के साथ अहम बैठक की। इस बैठक का आयोजन लीड डिस्ट्रिक्ट मैनेजर उदय कवीश्वर की देखरेख में हुआ, जिसमें बैंकिंग प्रणाली में म्यूल खातों की रोकथाम और साइबर अपराधों पर नियंत्रण के उपायों पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक में निर्णय लिया गया कि जिले के सभी बैंक शाखाओं के बीच एक साझा सोशल मीडिया ग्रुप बनाया जाएगा। इस ग्रुप के माध्यम से बैंकों को संदेहास्पद खातों और लेन-देन की जानकारी साझा करने में सुविधा होगी, जिससे संदिग्ध गतिविधियों पर त्वरित कार्रवाई की जा सकेगी। इसके अलावा, साइबर फ्रॉड के शिकार लोगों की होल्ड राशि की वापसी प्रक्रिया को तेज करने पर भी सहमति बनी, ताकि पीड़ितों को जल्द से जल्द राहत मिल सके।
एसपी ने बैंक वार आंकड़ों के साथ बताया कि जिले में कई म्यूल बैंक खाते सक्रिय हैं, जिनका उपयोग साइबर अपराधों में किया जा रहा है। उन्होंने सभी बैंक प्रबंधकों को निर्देश दिया कि वे केवाईसी प्रक्रिया को और सख्त करें और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर खाता खोलने की संभावनाओं को खत्म करें।
बैठक में इस बात पर भी जोर दिया गया कि कुछ मामलों में बैंक कर्मियों की अनजाने या जानबूझकर मिलीभगत भी सामने आ सकती है। यदि किसी बैंक कर्मचारी की संलिप्तता पाई गई, तो उसे आपराधिक षड्यंत्र में शामिल मानकर उसके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
एसपी ने बैंक अधिकारियों को निर्देश दिया कि पुलिस द्वारा मांगी गई जानकारी को प्राथमिकता के आधार पर तय समयसीमा में साझा करें। किसी भी प्रकार की देरी या लापरवाही को गंभीरता से लिया जाएगा।