‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मुंगेली, 2 मार्च। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उपमुख्यमंत्री अरुण साव की मंशा के अनुरूप प्रशासनिक सुविधाओं को विस्तार देने और ग्रामीणों के राजस्व कार्यों को सरल बनाने के उद्देश्य से कलेक्टर राहुल देव ने ग्राम चकरभाठा को उप तहसील घोषित कर दिया है। इस निर्णय से 29 ग्राम पंचायतों के 62 गांवों के हजारों लोगों को सीधा लाभ मिलेगा।
अब ग्रामीणों को नामांतरण, भू-अधिकार पत्र, विभाजन, खसरा-खतौनी और अन्य राजस्व कार्यों के लिए जिला मुख्यालय तक लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी। इससे न सिर्फ समय और संसाधनों की बचत होगी, बल्कि प्रशासनिक प्रक्रियाओं में भी तेजी आएगी।
कलेक्टर ने एसडीएम मुंगेली को निर्देश दिया है कि ग्राम चकरभाठा में उप तहसील संचालन के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं जल्द सुनिश्चित करें और अस्थायी रूप से ही सही, लेकिन इसका काम तत्काल प्रारंभ किया जाए। चकरभाठा उप तहसील के अंतर्गत पटवारी हल्का नंबर 29, 30, 31, 32, 33, 35, 36, 37, 38, 39 और 40 के राजस्व मामलों का निपटारा किया जाएगा। इसमें आरआई सर्किल टेमरी के 10 पटवारी हल्के और आरआई सर्किल मुंगेली ग्रामीण का 1 पटवारी हल्का शामिल किया गया है।
चकरभाठा को उप तहसील का दर्जा मिलने से किसानों और ग्रामीणों को भू-अधिकार पत्र, नामांतरण, विभाजन, खसरा-खतौनी जैसी सेवाएं अपने ही क्षेत्र में मिलने लगेंगी। इसके अलावा, राजस्व मामलों की सुनवाई भी अब स्थानीय स्तर पर ही होगी, जिससे लोगों को बार-बार जिला मुख्यालय नहीं जाना पड़ेगा और उनकी परेशानियां कम होंगी।
ग्राम चकरभाठा को उप तहसील बनाने की मांग को लेकर मुंगेली विधायक पुन्नूलाल मोहले ने विशेष प्रयास किए थे। उनके निरंतर प्रयासों के फलस्वरूप यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया, जिससे क्षेत्र के हजारों ग्रामीणों को राहत मिलेगी।
इस फैसले पर स्थानीय लोगों ने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के प्रति आभार व्यक्त किया और इसे क्षेत्रीय विकास की दिशा में बड़ा कदम बताया।