कई पुराने व कद्दावर पार्षद संभावितों की लिस्ट में
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 17 फरवरी। नगरीय निकाय चुनावों के परिणाम जारी हो चुके हैं, सत्ताधारी दल बीजेपी ने उम्मीद से कहीं ज्यादा बेहतर प्रदर्शन किया है, जबकि प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस अपनी जमीन तक बचाने में क़ामयाब नहीं हो सकी। दस के दस नगर निगम में भाजपा का परचम लहरा चुका है, नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों का भी यही हाल है। रायगढ़ नगर निगम के अड़तालिस वार्डों में भी भाजपा स्पष्ट बहुमत और महापौर के साथ सरकार बनाने के लिए बड़े जनादेश के साथ तैयार है।
एक तरफ बहुत जल्द भाजपा शहर सरकार की गद्दी पर काबिज होगी, वहीं दूसरी तरफ सभापति और महापौर की केबिनेट यानि मेयर इन कौंसिल को लेकर भी सुगबुगाहट महसूस की जाने लगी है।
सूत्र बताते हैं कि सभापति और एमआईसी के नामों के चयन में भी स्थानीय विधायक वित्तमंत्री ओपी चौधरी की ही चलने वाली है। काफी हद तक संभावना है कि सभापति के लिए सुरेश गोयल का नाम तय किया जा सकता है वहीं एमआईसी में पूनम पटेल सोलंकी, आशीष ताम्रकार, मुक्तिनाथ प्रसाद, शोभा देवांगन, त्रिनिशा, नारायण पटेल, डिग्रीलाल साहू, पंकज कंकरवाल, अमित शर्मा के नामों पर प्राथमिकता से विचार हो सकता है। हालांकि सभापति के लिए अशोक यादव, पूनम पटेल सोलंकी और डिग्रीलाल साहू के नामों को लेकर भी चर्चाएं सामने आ रही हैं। सभापति और एमआईसी के लिए नाम फाईनल करने के बाद अगली कड़ी में शासन स्तर पर एल्डरमैन की नियुक्तियां भी होंगी, लिहाजा शासन को नाम भेजने के लिए ओपी चौधरी की मंशा के साथ जिला संगठन आगे आएगा, एल्डरमैन के लिए जिन नामों पर विचार हो सकता है, उनमें सबसे पहला नाम आरएसएस से छतराम राठौर का प्रमुखता से लिया जा रहा है। इसके अलावा प्रवीण त्रिपाठी (अधिवक्ता), सुरेंद्र पांडेय, शोभा शर्मा, सावित्री मिश्रा, अनुपम पाल, मंजुल दीक्षित, अफरोज डायमंड, श्रवण सिदार के नामों पर सहमति बन सकती है।
बहरहाल, अभी पूरी पार्टी नगरीय निकायों में मिली जीत के बाद त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में भी फतेह का परचम लहराने में जी जान से जुटी हुई है।