फाइलेरिया मुक्त भारत अभियान पर विशेष व्याख्यान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 11 फरवरी। भारती विश्वविद्यालय में ‘परीक्षा पे चर्चा’ के सीधे प्रसारण तथा फाइलेरिया मुक्त भारत अभियान पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। आयोजन में प्रधानमंत्री द्वारा परीक्षा पर चर्चा के आठवें संस्करण में विद्यार्थियों को परीक्षा के तनाव एवं अवसाद के नियंत्रण हेतु महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए गए। प्रधानमंत्री ने स्कूली बच्चों को नेतृत्व क्षमता के गुर सिखाए। गंभीर मुद्दों को बड़ी सरलता और सहजता से समझाने का प्रयास किया।
उन्होंने कहा कि लीडर के लिए टीमवर्क सीखना बहुत जरूरी है। अपने उद्बोधन में उन्होंने विद्यार्थियों से कहा- आपको अपने अंदर की चुनौतियों से लडऩा होगा।
इसके अतिरिक्त विश्वविद्यालय में फाइलेरिया मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। विशेष व्याख्यान में मुख्य वक्ता डॉ. श्रीकांत साहू सह-प्राध्यापक, भारती आयुर्वेदिक चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय दुर्ग ने अपने उद्बोधन में फाइलेरिया प्रभावित सर्वाधिक 10 राज्यों की सूची में छत्तीसगढ़ का नाम भी शामिल होना बताया। उन्होंने बताया की फाइलेरिया या हाथीपांव क्यूलेक्स मच्छर के काटने से फैलता है। इसके लार्वा दूषित जल, दूषित भोजन, कृमि मरीजों आदि में विकसित होते हैं। यह प्रभाव बढऩे के बाद भयंकर लाईलाज बीमारी का रूप ले लेती है तथा रोगी को अपंगता की ओर ले जाती है।
उन्होंने इसके निदान हेतु एल्बेंडाजोल, आईबर मेक्टिन तथा डी.ई.सी. जैसी औषधियां चिकित्सीय मार्गदर्शन में लेने का मार्गदर्शन दिया। केन्द्र शासन द्वारा फाइलेरिया मुक्त भारत अभियान पखवाड़ा 10 से 15 फरवरी के मध्य समस्त भारत में आयोजित किया जा रहा है। उपरोक्त आयोजनों में बड़ी संख्या में प्राध्यापक एवं विद्यार्थीगण उपस्थित थे। कार्यक्रम का संयोजन राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी एवं गोदग्राम समन्वयक डॉ. स्नेह कुमार मेश्राम ने किया।