‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 5 फरवरी। एक माह तक चले सडक़ सुरक्षा माह का पुलिस ने आज समापन किया। समापन समारोह एएसपी ट्रैफिक कार्यालय के सभागार में हुआ।
इस दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह ने कहा कि साल 2023 में रायपुर जिले में 507 लोगों की मौत हुई थी तथा साल 2024 में मौतों की संख्या 594 हो गयी जो मरने वालों की संख्या में 17 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जो गंभीर चिंतन का विषय है, प्रत्येक व्यक्ति का जीवन महत्वपूर्ण है, जिसे हम सबको बचाना है। सडक़ दुर्घटना के 04 प्रमुख कारण है ओव्हर स्पीडिंग, डंकन ड्राइव, सीट बेल्ट एवं हेलमेट। इन चार नियमों का भी थोड़ा सा पालन कर लिया जाय तो हम मानव मृत्यु को बहुत हद तक कम किया जा सकता है। इस दौरान उन्होंने यह घोषणा की गयी कि जो भी छात्र ट्रैफिक वार्डन के रूप में यातायात पुलिस को ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने हेतु साथ में 100 घंटे कार्य करेंगे। उन्हे रेड क्रॉस सोसायटी की आजीवन सदस्यता हेतु आवश्यक 1000 रूपये रायपुर उनके (एसएसपी) द्वारा वहन किया जाएगा।
कलेक्टर गौरव सिंह ने यातायात के अधिकारियों से कहा कि जो भी छात्र ट्रैफिक वार्डन के रूप में एक माह तक सेवा देगा उन्हें रेडक्रास सोसायटी से जोड़े तथा उन्हें प्रमाण-पत्र दिलवाये, जो की भविष्य में विदेश में पढ़ाई एवं नौकरी करने के लिए उनके काम आयेगा ।
इसके पश्चात सडक़ सुरक्षा माह में योगदान देने एनजीओ- यंग इडियन, वक्ता मंच, सुरक्षित भव: फाउण्डेशन, नेहरू युवा केन्द्र, लक्ष्य फाउण्डेशन, स्पर्श वेलफेयर सोसायटी, स्टे फिट विथ मी ग्रुप, पुलिस बाल मित्र, कार्यक्रम अधिकारी दुर्गा महाविद्यालय, प्राचार्य रायपुर कान्वेंट स्कूल गुढिय़ारी, एस.के. फायनेंस, प्रत्युषा फाउण्डेसन का भी सम्मान किया गया।