‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 5 फरवरी। शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय महासमुंद में प्राचार्य प्रो.करुणा दुबे के मार्गदर्शन में महाविद्यालय सभागार में स्थापित मां सरस्वती की पूजा अर्चना कर बसंत पंचमी मनाई गई। साथ ही महाविद्यालय के योग विभाग सहित सभी विभागों में भी बसंत पंचमी बनाया गया। प्रो. करुणा दुबे ने सभी को बसंत पंचमी की शुभकामनाएं देते हुए बताया कि बसंत पंचमी को माता सरस्वती के जन्म दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इस दिन मां शारदा की पूजा करने का विशेष विधान होता है जिसमें उनकी स्तुति और मंत्र जाप किए जाते हैं। उन्होंने बताया कि मान्यताओं के अनुसार बसंत पंचमी पर पीले रंग का महत्व है। क्योंकि इस पर्व से बसंत ऋतु का आगमन होता है जिसमें फसलें पकने लगती हैं और सरसों के पीले फूल भी खिलने लगते हैं। पीला रंग समृद्धि, ऊर्जा और प्रकाश का प्रतीक माना जाता है। इस अवसर पर महाविद्यालय वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ रीता पांडेय, डॉ नीलम अग्रवाल, डा. मालती तिवारी, सी खलको, डा. ई पी चेलक, मनीराम धीवर, डॉ दुर्गावती भारतीय, अजय कुमार राजा, प्रदीप कन्हेर, मुकेश साहू, मनोज शर्मा, राजेश्वरी सोनी, मनबोध चौहान, डॉ दिलीप बढ़ई, डा. अजय कुमार देवांगन, मनीषा प्रधान, डॉ जगदीश सत्यम, डा. प्रियंका चक्रधारी, आशुतोष गोस्वामी, केशरचंद वनपाल, डा. रूखमणी साहू, डा. जीवन चंद्राकर, डा. गरिमा दीवान, नम्रता तंबोली, मृणाली चंद्राकर, शिवानी तावेरकर, रेणुका साहू, राजलक्ष्मी साहू, कपिल पेंदरिया, डॉ. जागृति चंद्राकर, विजय मिर्चें, केशर कश्यप, बी एल साहू, राकेश जांगड़, उदयन भारती, प्रकाशमणि साहू, रोहित ढीमर, मुकेश पेंदरिया, दिवाकर वर्मा, चितेश्वरी साहू सहित महाविद्यालय अधिकारी एवं कर्मचारी सहित महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं सहित राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के स्वयंसेवक उपस्थित रहे।