‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 5 फरवरी। विधानसभा एवं लोकसभा चुनाव में मिली सफलता से उत्साहित भाजपा नेता इस बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जीतकर तीसरी सरकार बनाने कमर कस चुके हैं। प्रदेश में खुद की सरकार और क्षेत्र में दमदार नेतृत्व होने की डबल ताकत से लबरेज कुरुद विधानसभा के अन्तर्गत आने वाली पांच जिला पंचायत क्षेत्र से भाजपा समर्थित उम्मीदवारों ने एक साथ जिला पंचायत धमतरी में नमांकन दाखिल कर विक्ट्री साइन का प्रदर्शन किया।
धमतरी जिला पंचायत की 13 सीटों में पिछले चुनाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस ने अपने 10 उम्मीदवारों को जीताकर इतिहास रच दिया था। जिसमें कुरुद विधानसभा की पांचों की पांचों सीट शामिल थी। बिते चुनाव में निकाय से लेकर थ्री लेयर पंचायत चुनाव में पार्टी की हुई शर्मनाक हार से सबक लेकर इस बार भाजपा पूरे जोश में दिख रही है। भखारा क्षेत्र की जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 1 कांग्रेस के कब्जे वाली सीट से भाजपा ने अपने भरोसेमंद सिन्हा परिवार की पुत्रवधू पूजा शैलेन्द्र सिन्हा को प्रत्याशी बनाया है। जबकि कांग्रेस ने यहाँ सक्रिय नेत्री एवं जनपद सभापति रही परमेश्वरी महेन्द्र साहू को कब्जा बरकरार रखने की जिम्मेदारी दी है।
अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित क्षेत्र क्रमांक 2 में भाजपा ने कुलेश्वरी सुनील गायकवाड़ को मैदान में उतारा है। पिछले चुनाव में यहाँ से चुनाव जीती प्रत्याशी को कांग्रेस ने जिला पंचायत अध्यक्ष बनाया था। लेकिन इस बार फे्रश चेहरे के तौर पर थूहा सरपंच अनसुय्या रात्रे को मैदान में उतारा है।
अनारक्षित मुक्त क्षेत्र क्रमांक 3 को कांग्रेस से हथियाने इस बार भाजपा ने अपने सबसे योग्य और अनुभवी नेता भाजपा जिला उपाध्यक्ष गौकरण साहू को आगे किया है। जवाब में कांग्रेस ने टिकट बंटवारे में हुई काफी खिंचतान के बाद पड़ोसी सीट के पूर्व सरपंच लकेश्वर साहू को मौका दिया है। कुरुद विधानसभा की सबसे चर्चित सीट अनारक्षित मुक्त क्षेत्र क्रमांक 4 को कांग्रेस मुक्त करने एवं जिपं अध्यक्ष को दृष्टिगत रखते हुए पूर्व मंडल अध्यक्ष एवं वर्तमान जिला मंत्री तिलोकचंद जैन को मैदान में उतारा है। जिन्हें कांग्रेस के हैवीवेट प्रत्याशी पूर्व मंडी अध्यक्ष नीलम चन्द्राकर से भिडऩा है।
ज्ञात हो कि फिलहाल यह सीट विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रही तारणी चन्द्राकर के ही कब्जे में रही है। इस सीट का चुनाव काफी रोमांचक होने का अंदेशा जताया जा रहा है। अब बात करें नदियाँ के पार वाली सीट जो कुरुद विधानसभा की पांचवी लेकिन जिला पंचायत के हिसाब से ओबीसी महिला के लिए आरक्षित क्षेत्र क्रमांक 8 जो चुनाव घोषित होने के पहले तक कांग्रेस नेत्री कुसुमलता तोषण साहू के कब्जे में थी, पति के साहू समाज में अच्छी पकड़ होने के चलते उन्होंने करीब दो हज़ार के अंतर से पिछला चुनाव जीता था। पार्टी गतिविधियों एवं क्षेत्र में उनकी सक्रियता को देखकर कांग्रेस ने उन्हें दूसरी बार मौका दिया है। इसके जवाब में भाजपा ने मोतिमपुर की पूर्व सरपंच मीना डेमु साहू को सीट जीतने की जिम्मेदारी दी है।
पांच साल पहले भूपेश सरकार के नरूवा गरुवा घुरुवा बारी का गाना गाते हुए कांग्रेस ने क्षेत्र की इन पांचों जिला पंचायत क्षेत्र में असानी से कब्जा जमा लिया था। लेकिन बीते लोकसभा और विधानसभा के चुनाव में इन क्षेत्रों से भाजपा को अच्छी खासी लीड मिली, जिसे देख भाजपाई अपनी जीत को लेकर खासे उत्साहित लग रहे हैं। लेकिन शायद वे भूल रहे हैं कि छोटे चुनावों में विचारधारा के साथ साथ प्रत्याशी का व्यवहार, व्यक्तित्व और सक्रियता भी काउंट होती है।
बहरहाल, इन पांच सीटों के भाजपा समर्थित उम्मीदवार पूजा सिन्हा, कुलेश्वरी गायकवाड़, गौकरण साहू, तिलोकचंद जैन और मीना साहू ने एक साथ पर्चा दाखिल कर एकजुटता दिखाई जो अब तक कांग्रेस में कहीं नजऱ नहीं आई है।