बीजापुर जिला पंचायत की दस सीटों के लिए 42 उम्मीदवार मैदान में उतरे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 4 फरवरी। जिला पंचायत सदस्य की दस सीटों के लिए होने जा रहे चुनावी रण में कूदे 42 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला तो चुनाव परिणाम से पता चल जाएगा। लेकिन इन सीटों पर होने जा रहे चुनाव में सबसे रोचक और त्रिकोणीय मुकाबला मद्देड़, आवापल्ली व गंगालुर में दिखने के आसार नजर आ रहे हैं।
दरअसल, कांग्रेस ने जब से जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 6 गंगालूर सीट से अपना अधिकृत प्रत्याशी न उतार कर उस निर्दलीय प्रत्याशी सोमलु हेमला को समर्थन देने का एलान कर किया है, जिस सोमलु के निर्माणाधीन मकान को ढहा दिया गया था। कांग्रेस की इस नीति से गंगालूर सीट की प्रदेश भर में चर्चा है। कांग्रेस ने इस सीट से अपना प्रत्याशी न उतार कर निर्दलीय सोमलु को समर्थन दिया है।
वहीं भाजपा ने यहां से जिला पंचायत सदस्य रहीं पुष्पा राव के पुत्र बी गौतम राव को उतारा है। अब यहां से सरपंच राजू कलमु के निर्दलीय चुनाव लडऩे की खबर से इस सीट पर सीधे त्रिकोणीय मुकाबले के आसार बन गए है। जबकि गंगलूर के निर्दलीय उम्मीदवार को कांग्रेस के साथ सीपीआई, जनता कांग्रेस जे, आम आदमी पार्टी व सर्व आदिवासी समाज समर्थन देने का ऐलान कर चुके हैं।
ठीक इसी तरह की स्थिति जिला पंचायत की आवापल्ली सीट पर भी है। इस सीट से कांग्रेस ने अपने दमदार व मजबूत प्रत्याशी तथा जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष कमलेश कारम को चुनावी रण में उतारा है। वहीं भाजपा ने शंकरैया माड़वी को टिकट देकर चुनाव को रोचक बना दिया हैं। इस सीट से समाज मे खासी पकड़ रखने वाले वरिष्ठ नागरिक तेलम बोरैया व अनिल बुरका के निर्दलीय ताल ठोकने से यहां भी चुनाव दिलचस्प हो गया है। बताया गया है कि यहां निर्दलीय भाजपा कांग्रेस की जीत का स्वाद खट्टा कर सकते है।
इसी तरह मद्देड़ जिला पंचायत सीट पर भी चुनावी घमासान रहेगा। इस सीट पर कांग्रेस ने पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष मिच्चा मुतैया को प्रत्याशी बनाया है। वही भाजपा ने मजबूत उम्मीदवार पेरे पुलैया को चुनावी मैदान में उतारा है। इस सीट के लिए भाजपा नेत्री रंजना उद्दे ने निर्दलीय नामांकन दाखिल कर मद्देड़ सीट को त्रिकोणीय बना दिया है। इस सीट से सरिता चापा जिला पंचायत सदस्य रही।
बहरहाल, जिला पंचायत सदस्य के लिए कुल 42 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल कर अपनी दावेदारी पेश की है।