‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़-सरिया, 22 जनवरी। सरिया नपं से प्रारम्भ होकर चंद्रपुर श्याम मंदिर में समापन 1997 बैच उमा.विद्यालय सरिया का पुन र्मिलन बेहतरीन ढंग से गुरु जन का स्वागत किया गया। स्वल्पाहार , सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ प्रारम्भ हुआ। उसके बाद जगदंबा वाटर पार्क में दोपहर को भोजन, स्वल्पाहार के बाद मां चंद्रहासिनी के दर्शन, आशीर्वाद ,पूजा तथा श्याम बाबा चंद्रपुर का दर्शन करते हुए , यादगार उपहार के साथ समापन हुआ। जिसमें गुरु जनों को साल श्रीफल, पुष्प से स्वागत किया गया साथ ही साथ उपहार भी दिया गया। पुरानी यादों को ताजा किया गया और उनके आशीष वचन से सारे 1997 बैच के विद्यार्थी बहुत खुश हुएं और बचपन की जिंदगी में जीते हुए गुरुजनों का भरपुर आशीर्वाद लिए जिस में से कुछ आज अपने बुलंदियों को छू रहे हैं। गुरु जनों ने खुशी ज़ाहिर की एवं कहा कि हमारे पढ़ायें हुए विद्यार्थी कोई अध्यापक तो कोई गुरुजी बन गया , कोई उद्योग लगा लिया ,तो कोई घर की गृहिणी बन अपने - अपने कर्तव्य का पालन कर रहे हैं। उक्त कार्यक्रम को सफल बनाने सोनू अग्रवाल बोंदा वाले, करुणा सागर पांडा, प्रवीण स्वर्णकार, कंचन अग्रवाल ,स्वाति सोनी, मिनाक्षी पांडा, ज्योति अग्रवाल, योगेश सभी विद्यार्थी और साथियों का भरपुर सहयोग के साथ बेहतर कार्यक्रम की समाप्ति किया गया। जिनमें पूर्व प्राचार्य रहे व जिलााधिकारी रहे एसएन फंडा , तिवारी सर नेताम सर ,लोचन पटेल सर , प्रधान सर ,अग्रवाल मैडम व और भी गुरुजनों की उपस्थिति रही। जिन्होंने समस्त विद्यार्थियों को जीवन में आगे बढ़ाने का मार्गदर्शन दियें तथा ख़ुशी जाहिर करते हुए कहें कि आज जो भी कामयाब है वह मां सरस्वती की आशीर्वाद और अनुकपा से, ऐसे ही आगे बढ़ते रहें और जो कामयाब नहीं हो पाए हैं वह कोशिश करें और कोशिश ही काम्याबी का मूल मंत्र है। यह आशीष वचन गुरुजनों ने अपने पुराने विद्यार्थियों को दिये और आगे बढऩे का मार्ग प्रशस्त किया।