‘छत्तीसगढ़’संवाददाता
कांकेर, 21 जनवरी। भाजपा में नगर पालिका अध्यक्ष प्रत्याशी की टिकट के लिए दावेदारों की फेहरिस्त बढ़ते जा रही है। नगर पालिका चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी में अध्यक्ष और पार्षद पद के लिए टिकट के दावेदारों की संख्या बढ़ती जा रही है । जिसमें अध्यक्ष प्रत्याशी के नाम पर शहर वासियों की जिज्ञासा बढ़ी हुई है। भारतीय जनता पार्टी से कई दावेदार सामने आए हैं। भाजपा इस बार उम्मीदवार चयन को लेकर किसी तरह कोताही बरतना नहीं चाहती है।
बताया जा रहा है के कांग्रेस से पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष एवं दिग्गज कांग्रेसी जितेंद्र ठाकुर को पुन: प्रत्याशी बनाया जा सकता है । जिससे भाजपा के लिए कड़ी से कड़ी चुनौती होगी। अध्यक्ष पद को लेकर अब भाजपा प्रत्याशी कौन होगा इस पर सबकी निगाहें टिकी हुई है।
भाजपा में इस पद के लिए अब तक आधे दर्जन से अधिक लोगों ने दावेदारी की है। जिसमें मुख्य रूप से वरिष्ठ भाजपा के पदाधिकारी अशोक बलेचा पूर्व जिला भाजपा अध्यक्ष हलधर साहू , समाजसेवी पप्पू मोटवानी ,भाजपा के जिला महामंत्री दिलीप जायसवाल, शहर मंडल अध्यक्ष अरुण कौशिक एवं उनकी पत्नी व पार्षद विजय लक्ष्मी कौशिक, नगरपालिका परिषद के नेता प्रतिपक्ष जयंत अटभैया, राजा देवनानी आदि ने टिकट की दावेदारी की है।
यहां यह उल्लेखनीय होगा कि नगरपालिका अध्यक्ष भाजपा के लिए बहुत बड़ी चुनौती है । इतिहास के आईने में देखा जाए तो आजादी के बाद से अब तक नगर पालिका में अध्यक्ष पद पर भाजपा कभी नहीं जीत पाया है। अध्यक्ष पद पर अब तक कांग्रेस से ही चुने जाते रहे हैं । भाजपा के लिए कड़ी चुनौती होने का यह भी एक कारण है । दावेदारों में कुछ चेहरे नए हैं तो कुछ को आजमाया जा चुका है।
2014-15 के चुनाव में अरुण कौशिक को प्रत्याशी बनाया गया था। जो कांग्रेस प्रत्याशी जितेन ठाकुर से हार चुके थे। पिछले चुनाव 2020 में अध्यक्ष का चुनाव पार्षदों के जरिए चुना गया था है, जिसमें अरुण कौशिक की पत्नी विजय लक्ष्मी को उम्मीदवार बनाया गया था। वह भी हार गई थीं। कौशिक दंपति भी प्रबल दावेदार बताए जा रहे हैं।