‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 20 जनवरी। सडक़ सुरक्षा को लेकर चलाए गए जागरूकता अभियानों के बावजूद कोरिया जिले में हेलमेट पहनने की आदत अब तक आम नागरिकों में नहीं बन पाई है। हालांकि, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में एक नई शुरुआत देखने को मिली है। अब कार्यालय में आने वाले सभी अधिकारी और कर्मचारी हेलमेट पहनकर पहुंच रहे हैं।
सरकारी आदेश का असर
छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव अमिताभ जैन द्वारा 8 जनवरी 2025 को जारी निर्देशों के तहत सभी शासकीय कर्मचारियों के लिए वाहन चलाते समय हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग अनिवार्य किया गया है। इस आदेश का उद्देश्य सडक़ दुर्घटनाओं में कमी लाना और सरकारी कर्मचारियों को प्रेरक भूमिका में रखना है।
सडक़ सुरक्षा पर गंभीरता जरूरी
कोरिया जिले में सडक़ सुरक्षा को लेकर कई जागरूकता अभियान चलाए गए, लेकिन शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में हेलमेट पहनने की आदत अब भी बेहद कम है। शहरी क्षेत्रों में लोग हेलमेट पहनने को लेकर लापरवाह हैं, जबकि ग्रामीण इलाकों में हेलमेट का उपयोग लगभग न के बराबर है।
जांच से बचने के लिए रास्ता बदल लेते हैं
रोजाना की पुलिस जांच अधिकतर जुर्माना वसूलने तक सीमित रहती है। वाहन चालक जांच से बचने के लिए रास्ता बदल लेते हैं। इस स्थिति को सुधारने के लिए कम्युनिटी पुलिसिंग और जन-जागरूकता अभियानों को और मजबूत करने की जरूरत है।
सडक़ दुर्घटनाओं पर चिंता
मुख्य सचिव ने सभी जिलों के कलेक्टर और एसपी को निर्देश दिए हैं कि वे दुर्घटनाओं के कारणों की समीक्षा करें और सुधारात्मक कदम उठाएं। उन्होंने विशेष रूप से ब्लैक स्पॉट्स की पहचान कर आवश्यक कार्यवाही के सुझाव दिए है।
सरकारी कर्मचारियों की पहल बनेगी प्रेरणा
सरकारी कर्मचारियों का हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग आम नागरिकों को प्रेरित करेगा। यह पहल सडक़ सुरक्षा को लेकर समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास है।
बहरहाल, सरकारी आदेश और कर्मचारियों की पहल को आम जनता में जागरूकता लाने के अवसर के रूप में देखा जा सकता है। यदि इस अभियान को प्रभावी ढंग से लागू किया गया, तो सडक़ दुर्घटनाओं में कमी आना निश्चित है।