‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 18 जनवरी। जिला मुख्यालय से महज 8 किलोमीटर दूर बंगुरसिया धान मंडी में जंगली हाथियों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा। गुरुवार देर रात करीब 8.30 बजे एक हाथी ने जंगल से निकलकर मंडी में दस्तक दी और 4 कट्टा धान को चट कर गया। खास बात यह है कि हाथी चोर की तरह दबे पांव मंडी में घुसा और फुटबॉल की तरह धान की बोरियों को उठाकर मंडी से बाहर ले गया। घटना के समय मंडी के कर्मचारी भोजन करने की तैयारी कर रहे थे,जब यह वाकया हुआ। हाथी के मंडी में घुसने की खबर मिलते ही वन विभाग और स्थानीय ग्रामीण मौके पर पहुंचे और काफी मशक्कत के बाद हाथी को जंगल की ओर खदेड़ा।
धान मंडी में खरीदी शुरू होने के बाद यह छठी घटना है, जहां गजराज ने मंडी का रुख किया है। अब तक कुल 37 कट्टा धान का नुकसान हो चुका है। हालांकि, गनीमत यह रही कि किसी व्यक्ति को नुकसान नहीं पहुंचा और कोई जनहानि नहीं हुई। लगातार हो रहे इन हमलों से ग्रामीण और मंडी कर्मचारी दहशत में हैं। हाथी के मंडी में घुसने का तरीका चौंकाने वाला है, क्योंकि वह बेहद सावधानी से दबे पांव मंडी के अंदर पहुंचता है और बड़ी चालाकी से धान की बोरियां लेकर चला जाता है।ग्रामीणों का कहना है कि हाथी को भगाने की हर संभव कोशिश की जा रही है, लेकिन बार-बार मंडी में उसका आना चिंताजनक है।
स्थानीय लोगों और किसानों का कहना है की वन विभाग हाथियों के इस आतंक को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं। मंडी में पुख्ता सुरक्षा इंतजाम किए जाएं,ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके। हालाँकि अभी तक हाथी ने किसी पर हमला नहीं किया है, लेकिन कभी भी कोई बड़ी घटना की आशंका को नकारा नहीं जा सकता है।