‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 14 जनवरी। स्ट्रीट वेंडर शहरी अर्थव्यवस्था के एक बहुत ही महत्वपूर्ण घटक का प्रतिनिधित्व करते हैं और सस्ती दरों पर वस्तुओं और सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
कोविड -19 और उसके परिणाम स्वरूप लॉकडाउन में शहरी पथ विक्रेताओं की आजीविका पर प्रतिकूल प्रभाव डाला द्य केंद्र सरकार ने इस शहरी पथ विक्रेताओं की आजीविका को ध्यान में रखते हुए 1 जून 2020 को पीएम स्वनिधि योजना शुरू की, जिसका उद्देश्य सडक़ के किनारे व्यवसाय करने वाले विक्रेताओं को अपने व्यवसाय को फिर से शुरू करने के लिए के किफायती कार्यशील पूंजी ऋण प्रदान करना था, जो महामारी के कारण प्रतिकूल रूप से प्रभावित हुए थे।
पीएम स्व निधि योजना के तहत पीएम स्वनिधि योजना नगरीय क्षेत्र में पथ विक्रेताओं को जो स्वयं के व्यवसाय को आगे बढऩा चाहते हैं द्यप्रथम ऋण के रूप में 10000 द्वितीय ऋण के रूप में 20000 एवं तृतीय ऋण 50000 रुपए ऋण का प्रावधान हैद्य नगरीय पथ विक्रेताओं को योजना से लाभान्वित करने नगर पालिका में फॉर्म, वार्ड, सार्वजनिक स्थलों एवं बैंकों में शिविर लगाकर फॉर्म भरकर प्रकरण बैंकों को प्रेषित किया गया।
अब तक पीएम स्वनिधि में 414 हितग्राही एवं राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन अंतर्गत स्वरोजगार हेतु 22 हितग्राहियों को एवं 18 स्वयं सहायता समूह का बैंक लिंकेज ऋण राशि बैंक के माध्यम से वितरित किया गया है।
पीएम स्वनिधि योजना से लाभान्वित हुए वार्ड क्रमांक 5 दल्ली राजहरा निवासी शिवकुमार गुप्ता ने बताया कि रेडीमेड कपड़ा का व्यवसाय ठेला लगाकर चलते थे।
एक दिन राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के मिशन मैनेजर केतन नायक, सामुदायिक संगठन उमेश्वरी नेताम, हेमलता बघेल, सीआरपी लक्ष्मी सिन्हा ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा पीएम स्व निधि योजना में शहरी पत्रिकाओं को ऋण प्रदान किया जा रहा है, मैं इस योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी ली और इस योजना अंतर्गत ऋण प्राप्त कर मैं आज अपने व्यवसाय का विस्तार कर अपनी आय में वृद्धि किया एवं आज मैं रेडीमेड कपड़े का दुकान जैन भवन चौक में संचालित कर रहा हूं जिससे अपने परिवार का पालन पोषण अच्छे से कर पा रहा हूं। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का धन्यवाद देता हूं, यह योजना हम जैसे शहरी पथ विक्रेताओं के लिए वरदान बनी है।