‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 13 जनवरी। धान उपार्जन के दौरान गड़बडिय़ों पर कड़ी नजर रखने और अवैध धान खपाने के प्रयासों पर कार्रवाई के निर्देशों के तहत राजस्व और खाद्य विभाग ने जिले के तीन धान उपार्जन केंद्रों की जांच की। इन जांचों में कुल 1254 बोरी धान कम पाया गया, जिसके संबंध में संबंधित समिति पदाधिकारियों पर प्रकरण दर्ज किए गए हैं।
गनियारी के टाडा उपार्जन केंद्र की तहसीलदार ने जांच की। भौतिक सत्यापन के दौरान ऑनलाइन प्रदर्शित मात्रा की तुलना में 639 बोरी धान कम पाया गया। इस गड़बड़ी के लिए पंचनामा तैयार कर समिति पदाधिकारियों पर मामला दर्ज किया गया।
मस्तूरी तहसील के टिकारी उपार्जन केंद्र में जांच के दौरान 121 बोरी धान कम पाया गया। तहसीलदार ने मौके पर धान की गणना और रैंडम वजन कर भौतिक सत्यापन किया। गड़बड़ी की पुष्टि होने पर समिति पदाधिकारियों के खिलाफ प्रकरण बनाया गया।
मस्तूरी तहसील के ही रिसदा उपार्जन केंद्र में भी इसी तरह की जांच की गई। यहां 494 बोरी धान कम पाया गया। भौतिक सत्यापन और ऑनलाइन आंकड़ों के मिलान के बाद गड़बड़ी की पुष्टि हुई। समिति पदाधिकारियों पर प्रकरण दर्ज किया गया।