‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
प्रतापपुर, 11 जनवरी। प्रतापपुर के चन्दोरा थाना अंतर्गत घाट पेंडारी स्थित चंदौरा हाइवे पर सडक़ दुर्घटनाओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। यहां स्थित ढाबों के पास ट्रकों की अव्यवस्थित पार्किंग, अवैध शराब का कारोबार और डीजल की अवैध बिक्री, सडक़ सुरक्षा और कानून व्यवस्था के लिए बड़ा खतरा बन चुकी हैं। इस हाइवे पर हर दिन हजारों वाहन गुजरते हैं, जिसमें उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, झारखंड और बिहार जैसे राज्यों से जुड़ी यात्री आवाजाही शामिल है।
इसके बावजूद, यहां के ढाबों में अव्यवस्थित तरीके से ट्रकों का खड़ा होना दुर्घटनाओं को न्योता दे रहा है, साथ ही इन ढाबों में अवैध शराब और डीजल की बिक्री भी हो रही है।
इस संबंध में चन्दोरा थाना प्रभारी प्रदीप सिदार ने कहा कि मामला गंभीर है जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय निवासियों और यात्रियों के अनुसार, यहां ट्रकों का सडक़ किनारे खड़ा होना न केवल यातायात को बाधित करता है, बल्कि इस क्षेत्र में हर महीने कई सडक़ दुर्घटनाएं भी घटित हो रही हैं। कई बार वाहन चालक ट्रकों के कारण सामने से आ रहे ट्रकों को नहीं देख पाते और हादसों का शिकार हो जाते हैं। इसके अलावा, यहां पर अवैध शराब की बिक्री और डीजल की अवैध सप्लाई खुलेआम हो रही है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा और बढ़ जाता है, क्योंकि कई बार शराब पीकर वाहन चलाने वाले लोग हादसों का कारण बनते हैं। शराब पीकर ट्रक चालक खुद भी दुर्घटना का शिकार होते हैं और दूसरों को भी शिकार बना देते हैं, जिससे सुरक्षा की स्थिति और भी गंभीर हो जाती है।
इसके अलावा, जानकार सूत्रों के अनुसार, कुछ दुकानों पर पेट्रोल पंप से कम रेट में डीजल मिलता है, जो साफ तौर पर यह दर्शाता है कि यहां बड़े पैमाने पर डीजल की चोरी हो रही है। यह अवैध गतिविधि न केवल सरकार की राजस्व हानि का कारण बन रही है, बल्कि दुर्घटनाओं का खतरा और बढ़ा रही है, क्योंकि अवैध डीजल के कारण वाहन चालकों को समस्याएं हो सकती हैं और इससे सडक़ पर दुर्घटनाओं की संभावना अधिक होती है।
इससे पहले, जब आबकारी विभाग ने अवैध शराब के कारोबार पर संज्ञान लिया था, तो ढाबों के संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की थी। विभाग ने घाट पेंडारी स्थित एक ढाबा में अवैध शराब की बिक्री के मामले में पकड़े गए संचालक को गिरफ्तार किया था और उन्हें जेल भेजा था, लेकिन इस अवैध कारोबार पर पूरी तरह से रोक नहीं लग पाई है। कई ढाबों में अब भी शराब और डीजल की बिक्री जारी है, और यह गंभीर अपराध की ओर इशारा कर रहा है। साथ ही, इन ढाबों में शराब पीने के बाद वाहन चलाने वाले चालक अक्सर दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं।
यह हाइवे न केवल यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण मार्ग है, बल्कि यह प्रदेशों के बीच व्यापार और परिवहन का एक प्रमुख रास्ता भी है। इस मार्ग पर हो रही लगातार दुर्घटनाओं और अवैध गतिविधियों को लेकर अब प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।
स्थानीय लोग और यात्री चाहते हैं कि प्रशासन अवैध शराब और डीजल के कारोबार पर पूरी तरह से अंकुश लगाए, ढाबों में अव्यवस्थित पार्किंग की समस्या को हल करें और हाइवे की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाएं ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और सडक़ पर दुर्घटनाओं का सिलसिला रोका जा सके।