‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 12 दिसंबर। दंतेवाड़ा में एक सडक़ ऐसी भी है, जिसमें वर्षा ऋतु के दौरान साइकिल भी नहीं चल सकती। एक्सप्रेस - वे के युग में ऐसी सडक़ विकास की परिभाषा से कोसों दूर है। दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल - कुंदेली और मरकानार - तुड़पारास सडक़ ऐसी ही दास्तान बयान कर रही है।
ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना अंतर्गत वर्ष - 2017 में किरंदुल रोड से कुंदेली तक सडक़ निर्माण कार्य कराया गया था, परंतु डब्ल्यूबीएम स्तर तक ही कार्य कराया जा सका। इसके फलस्वरुप साढ़े 4 किलोमीटर की दूरी तक डब्ल्यूबीएम कराया जा सका। उक्त दूरी तक आज पर्यंत पक्की सडक़ का निर्माण नहीं हुआ। जिससे इस सडक़ के दौरान आवागमन में भारी परेशानी से जूझना पड़ता है।
मरकानार - तुड़पारास सडक़ बारिश में कीचड़मय
इसी सडक़ के अगले चरण में मरकानार - तुड़पा- रास सडक़ केवल मुरूमीकरण के स्तर में है। करीब 3 किलोमीटर दूरी की यह सडक़ बारिश में कीचड़ से परिपूर्ण हो जाती है। जिससे छोटे वाहनों का आवागमन नहीं हो पाता। इसके फलस्वरुप इस क्षेत्र के वाहन चालकों को भारी परेशानी से दो-चार होना पड़ता है। क्षेत्रीय नागरिकों इस सडक़ के डामरीकरण की मांग की है।
सर्वे कार्य जारी- ई ई
इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के कार्यपालन अभियंता वैभव देवांगन ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि उक्त सडक़ का निर्माण तीन चरणों में हुआ था। वर्तमान में विभाग द्वारा सडक़ निर्माण हेतु सर्वे कार्य कराया जा रहा है।