सोसायटियों में जाम उपज के रखरखाव में कमी की पोल खुली
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 9 दिसंबर। जिले के अलग-अलग हिस्सों में सोमवार सुबह हुई बेमौसम बारिश से करोड़ों रुपए के धान भीग गए। धान के रखरखाव को लेकर पुख्ता इंतजाम नहीं करने से सोसायटी प्रबंधकों की जहां खामियां सामने आई। वहीं सहकारी बैंक के जरिये हो रही खरीदी की भी पोल खुल गई। मौसम विभाग ने प्रदेश समेत समूचे जिले में बेमौसम बारिश होने का अनुमान जाहिर किया था। इसके बावजूद सोसायटियों की उपज को पर्याप्त ढंग से सुरक्षित नहीं रखा गया। यही कारण है कि करोड़ों रुपए के धान पानी में भीग गए। जिले में बंपर धान खरीदी होने से सोसायटियों में जाम की स्थिति बनी हुई है। परिवहन व्यवस्था पूरी तरह से फेल साबित हो गई है।
राजनांदगांव जिले में 21 लाख क्विंटल से ज्यादा की खरीदी के एवज में हजारों च्ंिटल की मात्रा में ही धान का उठाव हुआ है। वैसे राजनांदगांव-मोहला-मानपुर और खैरागढ़ जिले में कुल 40 लाख क्विंटल की धान खरीदी की गई है। हर समिति में लगभग जाम की स्थिति बन गई है। खरीदी केंद्रों में कैप कव्हर की व्यवस्था भी है, लेकिन उदासीन रवैया होने के कारण समितियों में धान की छल्लनियों को ढंका नहीं गया। प्रदेश एवं जिले में पिछले 3-4 दिनों से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। शनिवार-रविवार को भी अलग-अलग इलाकों में बूंदाबांदी हुई। आज सुबह राजनांदगांव शहर समेत अन्य इलाकों में कुछ मिनटों के लिए तेज बारिश हुई। बारिश से सोसायटियों के धान भीग गए हैं। हालांकि आज हुई बारिश से धान की गुणवत्ता पर आंशिक असर पड़ेगा, लेकिन लगातार बारिश होने की स्थिति में करोड़ों रुपए की उपज को नुकसान होने का अनुमान है। बारिश का पूर्वानुमान से खरीदी भी प्रभावित हुई है। सोसायटियों में पहुंचने वाले किसानों को जाम की स्थिति में इंतजार करना पड़ रहा है। तेज उठाव नहीं होने के कारण कुछ सोसायटियों में खरीदी बंद करने की भी नौबत आन पड़ी है।
सोसायटी प्रबंधकों ने प्रशासन को स्थिति से अवगत करा दिया है। प्रशासन की ओर से दावा किया जा रहा है कि जाम की स्थिति से निपटने पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इधर खाड़ी से आ रही नमी से छाये बादल आज सुबह बरस पड़े। तकरीबन 15 से 20 मिनट हुई बारिश से शहर से सटे ढाबा सोसायटी की उपज बेमौसम बारिश से भीग गया।