24 साल से कर रहा था झाडफ़ूंक
धमतरी, 2 दिसंबर। धमतरी में समाधि लेने से पहले कथित बाबा को पुलिस ने उठा लिया। बुजुर्ग को जिला अस्पताल में इलाज के लिए देर-शाम लाया गया। कथित बाबा करीब 24 साल से झाडफ़ूंक का काम कर रहा था। रविवार को खुद समाधि लेने वाला था।
कसावाही में फूलसिंह निर्मलकर नाम के कथित बाबा ने अपनी समाधि की घोषणा कर दी थी। उनके अनुयायी दूर-दूर से पहुंच भी गए थे, तभी पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों को इसकी सूचना मिली। तत्काल टीम पहुंचकर फूल सिंह निर्मलकर को उठाकर जिला अस्पताल लाई। एसडीएम पवन कुमार प्रेमी ने बताया कि जिला अस्पताल में इलाज के बाद बुजुर्ग को छोड़ दिया जाएगा। उन्हें समझाया गया है कि भविष्य में ऐसा कदम न उठाएं।
पूर्व निर्धारित तिथि के मुताबिक 1 दिसंबर को कथित बाबा को समाधि लेना था। इस पल की साक्षी बनने प्रदेशभर से बाबा के भक्त पहुंचे थे। सुबह से लेकर दोपहर 12 बजे तक बाबा का दरबार सजा। सबकी अर्जी-विनती सुनने के बाद भक्तों से मेल मिलाप हुई। इस बीच उनके समाधि लेने की खबर से कई भक्तों की आंसू भर आए। कथित बाबा सबका मार्गदर्शन करते रहे। पहले बताया गया था कि दोपहर 12 बजकर 2 मिनट में समाधि लेंगे। फिर यह समय आगे बढक़र देर शाम को समाधि लेने की बात कही थी। शाम को जैसे ही समाधि लेने के पहले मंदिर में पूजा-अर्चना करने पहुंचे, तभी रूद्री पुलिस की पेट्रोलिंग गांव पहुंची और पकड़ा।
3 साल पहले की समाधि तैयार
कसावाही गांव में सर्वधाम मंदिर के बाजू में ही साल-2021 में समाधि स्थल तैयार हो गया था। तीन साल पहले ही उसने समाधि लेने की घोषणा की थी। करीब 6 से 7 फीट गहरे गड्ढे वाले समाधि चबूतरा में ग्रेनाइट पत्थर लगाकर तैयार किया था। समाधि के बाद परत के लिए मिट्टी-रेत आदि मटेरियल भी मंगाकर रखाए थे। समाधि स्थल को गोंदा फूल से सजाया था।
समाधि के पहले बाबा ने 50 रुपए के स्टाम्प पेपर में वसीयतनामा भी बनाकर अपने बेटे सत्यनारायण को सौंपा। इसमें कथित बाबा ने अपने बेटे के नाम संयुक्त स्वामित्व व आधिपत्य में खेती-जमीन का विवरण लिखा है।
यह स्टाम्प बीते साल 27 जून 2023 को तैयार किया था, जिसमें मंदिर में भक्तों के सामने सत्यनारायण निर्मलकर को सौंपा।