सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 27 नवंबर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पांचवीं और आठवीं की बोर्ड परीक्षा लेने का निर्णय लिया है। इस निर्णय का छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन स्वागत करता है।
टीचर्स एसोसिएशन लगातार इस पक्ष में रहा है कि पांचवीं और आठवीं में बोर्ड परीक्षा लिया जाए, इससे छात्रों की उपस्थिति, पालकों की दृढ़ता शिक्षकों का समर्पण व शैक्षिक स्तर में सुधार के साथ साथ प्रदेश के शिक्षा व्यवस्था में कसावट आएगी।
एसोसिएशन ने इसी बात को ध्यान में रखते हुए तत्कालीन शिक्षा सचिव विकासशील, शिक्षा सचिव गौरव द्विवेदी सहित डॉ. आलोक शुक्ला से पांचवीं-आठवीं की परीक्षा को बोर्ड परीक्षा लिए जाने का सुझाव दिया था। तत्कालीन डीपीआई एस प्रकाश, जितेंद्र शुक्ला व जैन जी को बोर्ड परीक्षा लिए जाने का सुझाव दिया गया था। अब 5 वीं, 8 वी में बोर्ड परीक्षा लिए जाने हेतु शासन ने पहल करते हुए निर्णय लिया है, इससे शिक्षकों के अध्यापन में पैनापन, छात्रों में विषय की गहरी सोच व ज्ञान एवं शिक्षा के स्तर में सुधार होगा साथ ही पालक भी शासकीय संस्थाओं की ओर उन्मुख होंगे। ड्रॉप आउट बच्चों की समस्या कम होगी, इससे आने वाले समय मे 10वीं और 12वीं के रिजल्ट में भी सुधार होगा।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के संभागीय अध्यक्ष हरेंद्र सिंह सहित सरगुज़ा जिला के पदाधिकारी अरविंद सिंह, अमित सिंह, काजेश घोष, राजेश गुप्ता, रोहिताश शर्मा, रामबिहारी गुप्ता, सुरित राजवाड़े, देवेंद्र सिंह, अनिल तिग्गा, संजय चौबे , कमलेश सिंह ,प्रशांत चतुर्वेदी सहित समस्त पदाधिकारियो कहा है कि वर्तमान में शिक्षा सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी जी व डीपीआई सुश्री दिव्या मिश्रा मैडम के बैठक में भी एसोसिएशन ने लिखित सुझाव दिया था-
पांचवी और आठवीं की बोर्ड परीक्षा लिए जाने की निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के सुझाव को सरकार व शिक्षा विभाग ने स्वीकार किया यह अच्छी बात है, इसके लिए पूरे शिक्षक समुदाय की ओर से विभाग को बहुत-बहुत धन्यवाद।