बेमेतरा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 22 नवंबर। जिले के धान खरीदी केंद्रों में धान बेचने वाले किसानों को बाजार से 30 में बारदाना खरीद कर धान भरकर देना होगा। गुरुवार को 1000 किसान ही धान बेच पाए। कई केंद्रों में टोकन जारी होने के बाद धान लेकर पहुंचे किसानों को बारदाना लाने के लिए कहे जाने पर उन्हें बाजार से बारदाना खरीदना पड़ा। बारदाना संकट की स्थिति को देखते हुए समितियों ने गांव में मुनादी कराकर किसानों को बारदाना लाने के लिए कहा।
जिले में धान खरीदी केंद्रों की स्थिति देखने के लिए कलेक्टर स्वयं केंद्रों में पहुंचे। गुरुवार को धान बेचने के लिए धान खरीदी केंद्र पहुंचे किसानों को बारदाना संकट की वजह से स्वयं के बारदाने में भरकर धान बेचना पड़ा। कई किसान धान छोडक़र बाजार में बारदाना खरीदते नजर आए। ग्राम खाती में करीब दो घंटे तक किसान बारदाना संकट की वजह से धान नहीं बेच पाए। केंद्र में किसान इंदेराम, कल्याण, पीलूराम, नेमीचंद, लखन, टिकेश्वर, द्वारिका, टहलराम, अमरनाथ, महेशराम, ईश्वर साहू, ऋषि कुमार, गंगाधर, सेवाराम, लालूप्रसाद, देवनाथ, भिखाराम सहित कई किसान धान बेचने के लिए सेवा सहकारी समिति पहुंचे। किसानों ने बताया कि समिति में बारदाना नहीं होने की वजह से उन्हें परेशान होना पड़ा। आज जब तक ऑप्शन नहीं आया था, उन्हें ?30 की दर से बाजार से बारदाना खरीदी कर देना पड़ा। कई केंद्रों में किसानों ने इस पर असंतोष जारी किया। धान खरीदी केंद्र में गुरुवार को धान बेचने के लिए ग्राम भूसंडी, सौरी, अकोला, गाडाघाट, पतोरा, बम्हनी व कुरूद के किसानों को भारी समस्या का सामना करना पड़ा।
सप्ताह भर पूर्व प्रांरभ हुए बारदाना की कमी को देखते हुए गुरुवार को खरीदी केंद्र कटई, परसबोड, बीजाभाट, कुसमी, मोहतरा, सौगोना, नवागांव समेत कई केंद्रों में शुक्रवार को किसानों को धान के साथ बारदाना लाने के लिए कहा गया। गुरुवार को 2969 किसानों को अपने-अपने धान खरीदी केंद्रों में धान बेचने के लिए टोकन जारी किया गया था। गुरुवार को जिले में किसानों से कुल 1 लाख 61 हजार 696 क्विंटल धान खरीदा जाना था, जिसमें से शाम तक 2470 किसान 1 लाख 26 हजार 683 क्विंटल धान बेच पाए। शुक्रवार के लिए 2614 किसानों को टोकन जारी किया गया, जिनसे 1 लाख 52 हजार 378 क्विंटल धान खरीदा जाना है। सभी केंद्रों को अपने उपज के लिए आवश्यक 50 फीसदी बारदाना लेकर पहुंचना होगा, जिसके लिए करीब सवा दो लाख नग पुराना बारदाना की जरूरत होगी। वहीं जिले के निर्वाचित जनप्रतिनिधि बारदाना संकट की स्थिति को देखते हुए धान खरीदी केंद्र से दूरी बना रहे हैं। वहीं कांग्रेसियों को अव्यवस्था की वजह से मुद्दा मिल गया है।