‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 22 नवंबर। धान खरीदी केंद्र बारगांव में बुधवार को धान बेचने के लिए धान लेकर पहुंचे किसान सर्वर की समस्या से परेशान रहे। दोपहर 12 बजे सर्वर डाउन होने की समस्या के कारण किसानों को धान बेचने में विलंब हुआ। वहीं किसानों ने टोकन तुंहर हाथ एप के माध्यम से अगले 5 दिसंबर तक का ऑनलाइन टोकन लिया। टोकन काटने में भी सर्वर समस्या से किसान टोकन नहीं काट पा रहे हैं। सामान्यत: बड़े किसानों को टोकन कटाने में ज्यादा मशक्कत करनी पड़ रही है। समिति प्रबंधक अनिल यादव ने बताया कि इस बार छोटे किसान को दो व बड़े किसान को तीन बार ही टोकन का अवसर मिलेगा। उन्होंने बताया कि बुधवार को 2454 क्विंटल धान की खरीदी की गई।
मालूम हो कि इस बार धान का टोकन 100 प्रतिशत ऑनलाइन हो गया है, जिससे किसानों को धान बेचने की जल्दबाजी में टोकन लेने च्वाइस सेंटरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।
च्वॉइस सेंटरों के चक्कर लगा रहे किसान
14 नवंबर से धान की खरीदी शुरू हो गई है। सर्वर नहीं होने से ऑनलाइन टोकन बड़े किसानों को आसानी से नहीं मिल रहा है। किसान ऑनलाइन टोकन के लिए च्वॉइस सेंटरों के चक्कर लगा रहे हैं। पिछले साल या इससे पहले किसानों को मोबाइल व च्वॉइस सेंटरों से ऑनलाइन सिस्टम और सीधे सहकारी समितियों से ऑफलाइन माध्यम से धान बेचने के लिए टोकन जारी होता था।
उच्च अफसरों को कराया अवगत, जल्द सुलझेगी समस्या
भाजपा जिला महामंत्री नरेंद्र वर्मा ने बताया कि सर्वर की समस्या के चलते ऑनलाइन टोकन जारी करने में थोड़ी समस्या आने की शिकायत आ रही है, लेकिन किसान अपने स्मार्ट फोन से टोकन तुंहर हाथ एप में अप्लाई कर टोकन ले रहे हैं। 5 दिसंबर तक के लिए टोकन जारी हो चुका है। धान खरीदी के दौरान सर्वर की समस्या रहती है। सर्वर की समस्या के लिए उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। यह समस्या जल्द ही ठीक हो जाएगी।
अभी तक नहीं हुई है समिति में अध्यक्ष की नियुक्ति
राज्य सरकार द्वारा 2024-25 में धान की खरीदी की शुरुआत कर दी गई है पर अभी तक धान खरीदी केंद्र में समिति के अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं हुई है। इधर किसान टोकन कटाने व सर्वर से परेशान हो रहे हैं। अब वे अपनी समस्या समिति अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं होने से किसे बताएं। किसान राजेंद्र यादव आदि ने दिक्कत बताई।