रायगढ़
दर्जन से अधिक गांव के ग्रामीणों ने खोला मोर्चा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 14 नवंबर। सडक़ निर्माण की मांग को लेकर एक बार फिर से एक दर्जन से भी अधिक गांव के ग्रामीणों ने सडक़ में उतरकर आंदोलन का रूख अख्तियार कर लिया है। गांव के ग्रामीणों का आरोप है कि बार-बार आश्वासन के बावजूद आज तलक उनके क्षेत्र में सडक़ निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका जिस वजह से उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक तमनार क्षेत्र के हुंकराडिपा-मिलुपारा की खराब सडक़ को लेकर एक बार फिर आर्थिक नाकेबंदी की शुरुआत ग्रामीणों ने शुरू कर दी है। गांव के ग्रामीण खम्हरिया साप्ताहिक बाजार के पास आज सुबह से अनिश्चितकालीन आंदोलन का आगाज कर देने से इस मार्ग में सडक़ के दोनों ओर भारी वाहनों की लंबी कतार लग गई है। चक्काजाम कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि प्रशासन ने उन्हें बारिश थमने के बाद 15 अक्टूबर से सडक़ निर्माण कार्य शुरू करने का आश्वासन दिया था। लेकिन इसके बावजूद आज तक सडक़ निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। मजबूरन उन्हें और उनके बच्चों को उसी जर्जर सडक़ों से होकर गुजरना पड़ रहा है।
कई गांव को जोड़ती है सडक़
गांव के ग्रामीणों ने बताया कि हुँकराडिपा-मिलुपारा की सडक़ करीबन 10-12 गांवों को तमनार से जोड़ती है। रोजाना दैनिक रोजमर्रा की जिंदगी में आवश्यक वस्तुओं की खरीददारी करने के लिये वनांचल क्षेत्र के लोग तमनार जाने जाने के लिये इसी मार्ग का ही उपयोग करते हैं। यहां की सडक़ अत्यंत जर्जर अवस्था में पहुंच चुकी है जिससे यहां कभी भी कोई बड़ी घटना घटित हो सकती है।
रोज हो रही छोटी-मोटी घटनाएं
गांव के ग्रामीणों ने यह भी बताया कि रोजाना हजारों की संख्या में मिलुपारा, उरबा, पेलमा, हिंझर, कोडकेल, सेमिजोर, लालपुर के लोग भी उक्त सडक़ से तमनार की ओर आते हैं। लेकिन वर्तमान समय में सडक़ की स्थिति काफी दयनीय है। बारिश में कीचड़, और अब सडक़ में बने बड़े-बड़े गड्ढे की वजह से सडक़ में फिसल कर कई छोटी बड़ी दुर्घटनाएं रोज हो रही है।
दूसरे मार्ग से दूर से होकर जाना पड़ रहा
चक्काजाम में बैठे व्यक्ति ने बताया कि हुकराडीपा से मिलूपारा का जो मार्ग है, वह बहुत ही खराब है, आने जाने में परेशानी हो रही है। दूसरे मार्ग में बहुत दूर से होकर जाना पड़ रहा है। स्कूली बच्चों के अलावा आसपास के ग्रामीणों को समस्या हो रहा है। इन सभी समस्याओं को देखते हुए सभी ने अनिश्चितकालीन चक्काजाम करने का फैसला करते हुए आज फिर से चक्काजाम शुरू कर दिया है। जब तक सडक़ नही बन जाती उनका आंदोलन जारी रहेगा।
धान कटाई छोडक़र धरने में बैठी हैं महिला
धरना प्रदर्शन में बैठी महिला ने कहा कि धान कटाई के समय वे अपना सारा काम धाम छोडक़र चक्काजाम में बैठी है। चूंकि यहां की खराब सडक़ की वजह से उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। महिला ने कहा जब वे अपने बच्चों को स्कूल भेजते हैं तो उनका पूरा कपड़ा काला हो जाता है। तमनार पहुंचने के लिये उन्हें 5 किमी दूर दूसरे मार्ग से होकर जाना पड़ रहा है।