बलौदा बाजार
बाकी दो मांगों पर भी विचार करने समिति बनाने का फैसला, कर्मचारियों में खुशी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 13 नवंबर। जिले के 800 से अधिकारी सहकारी समिति कर्मचारियों सहित पूरे रायपुर संभाग के कर्मचारी अपने तीन सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे। यह हड़ताल 4 नवंबर से शुरू हुई थी, जिसमें कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर आंदोलन तेज कर दिया था। लेकिन नौ दिनों की मेहनत और संघर्ष के बाद सरकार ने उनकी एक मांग जिसमें से वेतन वृद्धि की जानी है, मान ली है। बाकी की दो मांगों पर विचार करने के लिए समिति बनाने का फैसला लिया गया है।
25 प्रतिशत वेतन वृद्धि का आदेश भी जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही 4 नवंबर से जारी कर्मचारियों की हड़ताल समाप्त हो गई है। कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गई है। सरकार का यह निर्णय उनके लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। हड़ताल खत्म होने से प्रशासन को बड़ी राहत मिली है। देवउठनी एकादशी के शुभ अवसर पर मांगों के पूरा होने से संघ के सदस्य बेहद खुश हैं और उन्हें साय सरकार का आभार व्यक्त किया है।
किसानों को भी राहत, केंद्रों में खरीदी की तैयारी हुई तेज
छत्तीसगढ़ में धान खरीदी की शुरुआत गुरुवार से होने जा रही है। सहकारी समितियों के कर्मचारियों की हड़ताल खत्म होने से सबसे अधिक राहत किसानों को मिली है। क्योंकि धान खरीदी में इन समितियों की मुख्य भूमिका होती है। अगर यह हड़ताल जारी रहती तो किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य प्रभावित हो सकता था। अब किसानों को रहता है क्योंकि सहकारी समितियां समय पर धान खरीदी का कार्य पूरा कर सकेगी। इस साल धान खरीदी के लिए किसानों को टोकन लेने के लिए लंबी लाइनों मे खड़े होने की आवश्यकता नहीं होगी। मंगलवार से टोकन वितरण का कार्य शुरू हो चुका है जिससे किसानों को समय पर सहायता प्राप्त होगी।
उत्साह और समर्थन के साथ करेंगे काम -सह सचिव
बलौदाबाजार जिला सह सचिव रोहित यादव ने कहा कि यह आंदोलन छत्तीसगढ़ सहकारी समिति कर्मचारियों की एकजूटता और उनके कर्मचारी अधिकारियों की रक्षा की दशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। राज्य में किसानों के लिए धान खरीदी और सहकारी समितियों के कर्मचारियों का कार्य दोनों ही महत्वपूर्ण हैं। कर्मचारी मान रहे की आर्थिक स्थिति सुधरेगी।
संघर्ष और धैर्य की जीत का दिन है-मनीराम
सहकारी समिति कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष मनीराम कैवर्त ने सरकार के इस निर्णय का स्वागत किया और कहा कि देवउठनी एकादशी के दिन उनकी मांगे पूरी हो गई जो सभी के लिए एक खुशी का अवसर है। उन्होंने सरकार का आभार व्यक्त किया और बताया कि संघ ने अपने आंदोलन को समाप्त करने का ऐलान किया। कहा कि यह दिन उनके संघर्ष और धैर्य की जीत का दिन है।
कर्मचारियों को इन मांगों को पूरा करने का मिला आश्वासन प्रबंधकीय अनुदान राशि
संघ की मांग थी कि मध्य प्रदेश सरकार की तरह छत्तीसगढ़ में भी प्रतिवर्ष 3 लाख रुपए का प्रबंधकीय अनुदान दिया जाए। इससे कर्मचारियों को वित्तीय सहयोग प्राप्त होगा और समितियां का संचालन बेहद ढंग से हो सकेगा। कर्मचारियों ने सेवा नियम 18 में आंशिक संशोधन की मांग की थी ताकि उनके वेतन में सुधार किया जा सके। वेतनमान में स्थिति में सुधार होगा और उन्हें अधिक उत्साह से कार्य करने में सहायता मिलेगा।
धान खरीदी एवं परिवहन प्रोत्साहन
कर्मचारियों की मांग थी कि धान खरीदी और परिवहन के दौरान सुखद की सुविधा प्रदान की जाए इसके अलावा विभिन्न प्रकार के कमिशनों को चार गुना तक बढ़ाया जाए। इससे कर्मचारियों को धान खरीदी और परिवहन के कार्यों में सहयोग मिलेगा और उन्हें आर्थिक लाभ भी मिलेगा।