सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजपुर, 8 नवंबर। नगर में छठ पर्व बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया। व्रतियों ने शुक्रवार को उगते सूरज को अघ्र्य देकर छठ पूजा सम्पन्न की।
छठ पूजा को सम्पन्न कराने हेतु छठ पूजा समिति के सदस्यों ने अथक मेहनत कर छठ व्रतियों के लिए टेंट पंडाल लगाया गया है। इस बार छठ घाट में पिछले वर्ष की अपेक्षा ज्यादा लोग छठ पूजा करने छठ घाट पर पहुँचे, वहीं इस वर्ष समिति द्वारा सूर्य पूजा के साथ-साथ गंगा आरती की भी व्यवस्था की गई थी। छठ व्रतियों ने गुरुवार को डूबते सूरज को अघ्र्य दिया एवं शुक्रवार को उगते सूरज को अघ्र्य देकर पूजा सम्पन्न की।
छठ व्रतियाँ चार दिवसीय छठ पूजा में नहाय खाय के साथ इस पूजा में लग जाती हैं। दूसरे दिन खरना पूजा के साथ छठ व्रतियाँ नदी के तट पर जाकर शाम को नहाने के बाद नदी के तट पर घाट बंधन कर गुड़ की खीर बनाकर प्रसाद ग्रहण करती हैं, जिसके बाद वे निर्जला व्रत रहकर गुरुवार छठ पूजा के दिन नदी के तट पर डूबते सूरज को अघ्र्य देकर पूरी रात छठ घाट पर रहने के पश्चात शुक्रवार को उगते सूरज को अघ्र्य देकर अपनी पूजा सम्पन्न की।
इस वर्ष राजपुर में छठ पूजा समिति द्वारा छठ व्रतियों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए सभी के लिए आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराया था। छठ घाट पर छठ व्रतियों एवं उनके परिजनों के रुकने के लिए पंडालों की व्यवस्था की गई थी। छठ घाट में सूर्य पूजा के साथ शाम सात बजे गँगा आरती की गई, जहाँ हजारों के संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। इस वर्ष छठ घाट पर आकर्षक लाइटिंग सहित साउंड सिस्टम की विशेष व्यवस्था की गई थी।
छठ पूजा सम्पन्न कराने हेतु छठ समिति के महेंद्र अग्रवाल, संतोष सिंह, नीरज तिवारी, नरेश अग्रवाल, आनंद मेहता, भानु प्रजापति, विश्वास गुप्ता, विद्यानंद दुबे, विकाश बंसल, प्रवीण गुप्ता, दीपक सोनी, दुर्गेश जयसवाल, संजीव गुप्ता, सोनू सिंह, रवि सोनी, राजीव गोस्वामी सहित समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे।