दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 8 नवंबर। पिछले 24 साल से लगातार श्रीराधे कृष्णा नाम जप अलौकिक महायज्ञ एवं प्रभात फेरी संस्था द्वारा सुपेला भिलाई में अनवरत प्रभात फेरी निकली जा रही है। इसकी शुरुआत 24 वर्ष पूर्व 7 नवंबर 2000 को मौन व्रत रहते हुए स्वर्गीय दिनेश वैष्णो द्वारा शुरू किया गया था। जिसका उद्देश्य था प्रभु का नाम जपना, लोगों को स्वस्थ रखना, धर्म का प्रचार करना, सभी को लेकर चलना, जो अभी तक चल रहा है।
शुरुआत से जुड़े हुए त्रिलोक ताम्रकार ने बताया कि हनुमान मंदिर सुपेला से प्रभात फेरी निकली जाती है जो विभिन्न मोहल्ले से होते हुए सुपेला शीतला माता मंदिर तालाब परिसर में इसका समापन होता है। महिलाएं पुरुष सुबह 5 बजे हनुमान मंदिर सुपेला में इक_ा होती हैं। वहां से गाते बजाते निकलती हैं। इनका जनता से अभिवादन रहता है, हेलो हाय छोडि़ए राधे कृष्णा बोलिए।
इसके संस्थापक वैष्णो की मृत्यु के बाद उनकी पत्नी उमा वैष्णव दायित्व संभाल रही है। उनका कहना है हम सब निरोग हैं सुबह प्रभु का भजन करते हुए निकलते हैं। सुबह की हवा लाख टके की दवा होती है। इस प्रकार की गतिविधि के बारे में जब भारत विकास परिषद के भिलाई इकाई के समन्वय अनिल डागा को पता चला तो भारत विकास परिषद के तरफ से कोषाध्यक्ष नितेश ठाकुर, बी एन पांडे, राकेश साहू, अजय शुक्ला को लेकर के सुबह पहुंच गए।
सुपेला शीतला माता मंदिर तालाब परिसर पर सभी महिलाओं का सम्मान करने। प्रभात फेरी करने वाले सभी सदस्यों को दीवाल घड़ी, वैदिक मंत्र स्तोत्र कैलेंडर, राधे कृष्णा लिखा हुआ पटका, मिठाई, भजन की किताब आदि देकर के उनका हौसला बढ़ाया। प्रभात फेरी में प्रतिदिन भाग लेने वाली सदस्या रुक्मणी ठाकुर, लता साहू, जोगेश्वरी, मंजुला ताम्रकार, के जिया पाल, दुबबाई, साधना कौशिक, लता यादव, सुलभ ताम्रकार, किरण साहू ,द्रौपदी साहू, राधाबाई पटेल, भुवनेश्वरी साहू, कृति ताम्रकार ,अनमोल चौबे, पवन सारथी, निर्मल सिंह, आदि के द्वारा यह पवित्र कार्य नियमित किया जा रहा है। कोरोना काल के दौरान भी इन सभी की प्रभात फेरी चलती रही किसी को भी कुछ नहीं हुआ सभी स्वस्थ रहे।