दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 8 नवंबर। सहकारी समिति कर्मचारियों की हड़ताल के चलते धान खरीदी का ट्रायल रन प्रभावित रहा जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक दुर्ग अंतर्गत 311 सहकारी समितियों में से पहले दिन मात्र 11 समितियों में ही ट्रायल रन हो पाया। इधर हड़ताली कर्मचारी अपनी मांगों पर अडिग है।
चौथे दिन भी उनकी हड़ताल जारी रही। जानकारी के अनुसार ट्रायल रन गुरुवार 7 नवम्बर से शुरू हो गया है। इसके तहत धान खरीदी के लिए टोकन जारी करना, खरीदे गए धान की एंट्री, भुगतान से लेकर इसके उठाव सहित धान खरीदी व्यवस्था से जुड़े विभिन्न कार्यों का ट्रायल रन किया जाना है। ट्रायल रन का कार्य 11 नवम्बर तक पूरा कर लेने निर्देश दिए गए, मगर कर्मचारियों की हड़ताल के चलते सभी समितियों ट्रायल रन आगे भी प्रभावित हो सकती है। सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ के बैनर तले चौथे दिन मे जिला सहकारी केंद्रीय बैंक कर्मचारी संघ दुर्ग व धान खरीदी आपरेटर संघ दुर्ग, राजनांदगाव व खैरागढ़, कवर्धा के जिला अध्यक्ष व उनके पदाधिकारी गण समिति कर्मचारी संघ के तीन सूत्रीय मांग पर समर्थन देने धरना स्थल मानस भवन के समीप दुर्ग पहुँचे बैंक कर्मचारी संघ के अध्यक्ष लक्ष्मी नारायण चंद्राकर ने कहा यह तीन सूत्रीय मांग संस्था हित में है जो सरकार को सहकार से समृद्धि तक ले जाने में महत्व पूर्ण भूमिका अदा करेगा। साथ ही जब संस्था हित में रहेगा तो बैंक का भी हित होगा।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2024-25 धान खरीदी नीति में धान का उठाव 28 फरवरी के स्थान पर 31 मार्च कर दिया गया है, जिसमें पूरे प्रदेश मे संशय बना हुआ है की सरकार धान उपार्जन के बाद उठाव में विलंब करेगा जिससे समितियों को धान में परिवहन मे देरी होने से सुखत से लाखों का नुकसान होगा तथा समिति में उपार्जित धान का परिवहन के लिए कोई ठोस कदम धान खरीदी नीति में नहीं किया गया है।
साथ ही धान उपार्जन के पश्चात मिलने वाले शून्य शार्टेज पर प्रोत्साहन राशि को भी हटा दिया गया है जिससे समिति मे होने वाले सुखत को मान्य नहीं करने पर समिति गर्त मे चला जायेगा।