सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 7 नवंबर। धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली बयानबाजी और मारपीट को लेकर गांधीनगर पुलिस ने पांच लोगों के विरुद्ध नामजद और अन्य लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज किया है।
पुलिस ने राष्ट्रीय प्रभारी अल्पसंख्यक मोर्चा के विलास खरात, क्रिश्चियन मोर्चा के राष्ट्रीय प्रभारी सुनील डोंगरदिवे, राष्ट्रीय क्रिश्चियन मोर्चा के प्रदेश प्रभारी अरविंद कछप, रंजीत बड़ा, ब्लासियुस तिग्गा के विरूद्ध एफआईआर दर्ज किया है। इसके अलावा अन्य लोगों के विरुद्ध भी मामला दर्ज कर पुलिस जांच कर रही है।
एफआईआर के मुताबिक गांधीनगर पुलिस ने रजवार समाज के अध्यक्ष बालेश्वर राजवाड़े की रिपोर्ट पर एफआईआर दर्ज किया है। दर्ज एफआईआर के मुताबिक आरोप है कि 6 नवंबर की दोपहर 1 बजे राष्ट्रीय क्रिश्चयन मोर्चा छ.ग. के कार्यकर्ताओं द्वारा रजवार भवन अम्बिकापुर में अनाधिकृत रूप से प्रवेश कर धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली बयानबाजी कर हमारे साथ हाथापाई व मारपीट करते एवं आपराधिक आशय से अनाधिकृत रूप से पुलिस वाले बन कर धमकी दी गई।
बालेश्वर राजवाड़े के आरोप के मुताबिक बुधवार को सुबह रजवार भवन में निवास कर अध्ययन कर रहे छात्रों के मोबाईल नंबर से किसी व्यक्ति के द्वारा फोन कर रजवार भवन नमनाकला अम्बिकापुर में समूह का कार्यक्रम करना है कहने पर मेरे द्वारा पूछने पर कहा गया कि कार्यक्रम में 10 से 15 लोग रहेंगे कह कर रजवार भवन प्रागंण में मिटिंग करने हेतु मौखिक अनुमति मांगी गई थी, जिस पर मेरे द्वारा अनुमति दी गई थी परन्तु करीब 01 बजे रजवार भवन में निवास कर अध्ययन करने वाले छात्रों द्वारा फोन कर अवगत कराया गया कि रजवार प्रांगण में हजारों लोग एकत्रित हो रहे हंै और राष्ट्रीय क्रिश्चयन मोर्चा छ.ग. का बैनर लगा कर राष्ट्रीय क्रिश्चयन मोर्चा छ.ग. के वक्ताओं द्वारा धर्मान्तरण जैसे शब्दों का प्रयोग कर भडक़ाउ भाषण दे रहे हैं, हिन्दू धर्म कोई धर्म नहीं होता है ऐसा भी वक्ताओं द्वारा भाषण दिया जा रहा है।
सूचना पर मैं व संचालक प्रवक्ता मनोज राजवाड़े तथा क्षेत्रीय प्रवक्ता रामप्रसाद राजवाड़े मौके पर पहुंच कर देखा तो 1500 से 2000 की संख्या में लोग एकत्रित हुये थे जो माईक द्वारा विलास खरात, सुनील डोगरदिवे, अरविन्द कच्छप, रंजीत बड़ा व ब्लासियुस तिग्गा व अन्य लोगों द्वारा मंच के माध्यम से हिन्दू धर्म व ब्राह्मण समाज के खिलाफ आपत्तिजनक शब्द उच्चारित कर वहां पर अन्य लोगों के धार्मिक भवनाओं को ठेस व अपमान पहुंचा रहे थे,जिसका हमारे द्वारा विरोध कर समझाईश दी गई। कहा कि धार्मिक सम्मेलन न करें तथा तत्काल रजवार भवन प्रांगण को खाली करें।
इस पर वहां पर उपस्थित विलास खरात, सुनील डोंगरदिवे, अरविन्द कच्छप, रंजीत बड़ा व ब्लासियुस तिग्गा व अन्य लोगों तथा राष्ट्रीय क्रिश्चयन मोर्चा छ.ग. के कार्यकर्ता व कुछ लोग जो कि यातायात पुलिस की वर्दी में थे, जो हाथपाई कर धमकी देने लगे कि यह जल, जंगल, जमीन हमारा है। रजवार भवन के रजिस्ट्री को भी निरस्त करवाने तथा केस में फंसाने की धमकी दे रहे थे। इस प्रकार राष्ट्रीय क्रिश्चयन मोर्चा छ.ग. के कार्यकर्ताओं द्वारा रजवार भवन में आपराधिक आशय से अनाधिकृत रूप से प्रवेश कर धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली बयानबाजी कर हमारे साथ हाथापाई व मारपीट करते एवं अनाधिकृत रूप से पुलिस वाले बन कर धमकी दिये।
रिपोर्ट पर पुलिस ने उक्त पांचों व अन्य के विरुद्ध 329(3),299,115,351,319,191,190,49 के तहत अपराध दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है।
ब्राह्मणों पर आपत्तिजनक टिप्पणी को
लेकर थाने पहुंचे कई मंच के लोग
ब्राह्मण समाज एवं आरएसएस पर की गई टिप्पणी को लेकर सर्व ब्राह्मण समाज एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद,धर्म जागरण मंच के पदाधिकारी गुरुवार को गांधीनगर थाना पहुंचे और धार्मिक भावनाओं को आहत पहुंचाने एवं आपत्तिजनक बयानबाजी पर उक्त लोगों के ऊपर धारा 152 के तहत कार्रवाई करने की मांग की।
इस दौरान अभिषेक शर्मा, रविंद्र तिवारी,कैलाश मिश्रा,सिद्धार्थ मिश्रा,उनमेश तिवारी,शैलेंद्र वर्मा,शैलेंद्र चौबे,के डी दुबे,निरंजन तिवारी सहित अन्य लोग मौजूद थे।
रासुका लगाया जाए-आलोक दुबे
उक्त मामले को लेकर सर्व ब्राह्मण समाज के संयोजक एवं भाजपा पार्षद आलोक दुबे ने कहा कि ऐसे मामलों में आरोपियों के ऊपर रासुका लगना चाहिए। उन्होंने मांग की है कि कलेक्टर सरगुजा और एसपी को स्वत: मामले की गंभीरता को देखते हुए रासुका लगाना चाहिए।