गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 7 नवंबर। ग्राम रामपुर(चंपारण) निवासी सेवानिवृत्त पटवारी कौशल चंद्राकर सेवानिवृत्त के 18 माह बाद भी पेंशन के लिए चक्कर लगा रहे हैं। शासन के जिम्मेदार पदों पर आसीन अधिकारियों की लापरवाही के चलते पेंशन, ग्रेज्युटी, अन्य क्लेम व तृतीय समयमान वेतन का लाभ उन्हें अब तक नहीं मिल पाया है।
कौशल चंद्राकर को उप तहसील फिंगेश्वर से पटवारी पद से सेवानिवृत्त होने के बाद अपने अधिकार के लिए हाईकोर्ट बिलासपुर का दरवाजा खटखटाना पड़ा। हाईकोर्ट ने 6 मई 2024 को 3 सप्ताह के भीतर आवेदक का विषयांकित प्रकरण का निराकरण के लिए आदेश मुख्य सचिव, कलेक्टर गरियाबंद, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) राजिम, तहसीलदार राजिम जिला गरियाबंद को दिया था,लेकिन हाईकोर्ट के आदेश के बाद 6 माह का समय भी निकल गया फिर भी आवेदक के पेंशन की समस्यायों पर संबंधित विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। ये आश्चर्य व दुर्भाग्य की बात है। ज्ञात हो कि कौशल चंद्राकर ने पेंशन, ग्रेज्युटी, अन्य क्लेम व समयमान वेतनमान का लाभ के संबंध में केंद्र व राज्य शासन, मुख्यमंत्री, मंत्रीगण, सांसद, विधायक, मुख्य व राजस्व सचिव, राज्यपाल, कमिश्नर, कलेक्टर, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व राजिम को कई बार समस्या के संबंध में आवेदन देकर अवगत करा चुके हैं। साथ ही कलेक्टर जनदर्शन में भी कई बार आवेदन दे चुके हैं।