बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 5 नवंबर। जिला प्रशासन ने कमिश्नर कोर्ट के आदेश के बाद मिशन अस्पताल परिसर की लगभग 11 एकड़ जमीन पर आधिकारिक कब्जा कर लिया है। यह कार्रवाई लीज निरस्त होने और पजेशन स्थगन आदेश खारिज होने के बाद हुई। अस्पताल परिसर में जगह-जगह नोटिस चस्पा कर दिए गए हैं, जिसमें दर्शाया गया है कि अब जमीन प्रशासनिक नियंत्रण में है।
मिशन अस्पताल की स्थापना 1885 में क्रिश्चियन वूमन बोर्ड ऑफ मिशन द्वारा सेवा के उद्देश्य से की गई थी। यह भूमि चांटापारा मोहल्ले में स्थित है, जिसमें लगभग 3,82,711 वर्गफीट और 40,500 वर्गफीट का रकबा शामिल है। लीज का नवीनीकरण 1966 में किया गया था, जो 1994 तक प्रभावी रहा। शिकायत के अनुसार, इस जमीन का गलत इस्तेमाल हो रहा था, जिस पर कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने लीज आगे न बढ़ाते हुए कब्जा वापस लेने की कार्रवाई शुरू की।
कार्रवाई के विरोध में अस्पताल डायरेक्टर डॉ. रमन जोगी ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की, परंतु उन्हें संभागायुक्त कोर्ट में अपील करने की सलाह दी गई। 30 अक्टूबर को कमिश्नर महादेव कावरे ने जिला प्रशासन के पक्ष में फैसला सुनाते हुए लीजधारकों की अपील खारिज कर दी।
प्रशासन ने परिसर की सुरक्षा हेतु सीसीटीवी कैमरे लगाए, जिनके केबल काट दिए गए थे। इस पर प्रशासन ने सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई। अस्पताल का निरीक्षण कलेक्टर के निर्देश पर निगम कमिश्नर अमित कुमार और अन्य अधिकारियों ने किया, जिसकी वीडियोग्राफी भी करवाई गई ताकि भविष्य में किसी भी विवाद की स्थिति न बने।