रायपुर
दक्षिण के जारी दंगल में रविवार को दोनों प्रमुख प्रत्याशी धर्म और धर्म गुरुओं की शरण में रहे। भाजपा प्रत्याशी सुनील सोनी ने बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री को प्रणाम किया तो कांग्रेस के आकाश शर्मा ने शंकराचार्य ये समक्ष धुटनों पर बैठे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 नवंबर। रविवार को दो हिंदु धर्म गुरु राजधानी प्रवास पर रहे। शंकराचार्य श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती और बागेश्वर धाम के प्रमुख पं धीरेंद्र शास्त्री। आतिशबाजी को लेकर दोनों एकमत नहीं दिखे । पंडित शास्त्री ने कहा कि पटाखे फोडक़र सभी को ठिकाने लगाने का संदेश दिया है। वहीं शंकराचार्य ने आतिशबाज़ी की ध्वनि को निरोगी बने रहने के लिए आवश्यक बताया।
धीरेंद्र शास्त्री ने अपने धाम में आतिशबाज़ी पर मीडिया से चर्चा में कहा कि कोई कारण नहीं था। तौकीर रज़ा साहब हैं कोई, उन्होंने कहा था कि दीपावली पर प्रदूषण होता है पटाखे बंद होने चाहिए। तब हमने उनको ज्ञान दिया कि हमारा धर्म, हमारा भारत,हमारी दीपावली, हमारे राम। एक ही दिन पटाखे क्यों बंद हो? एक जनवरी को भी फोड़े जाते हैं, 25 तारीख को क्रिसमस पर भी फोड़े जाते हैं। कुछ बॉलीवुड वाले भी ज्ञान दे रहे थे कि प्रदूषण होता है पटाखों से। जब उनकी पिक्चरें रिलीज़ होती हैं तो भी वो पटाखे फोड़ते हैं। इस पर हमने ज्ञान दिया कि अगर नियम लागू करना है तो सब पर हो। बकरीद भी तो खुले आम होती है, उस पर भी रोक लगे। इसलिए ठिकाने लगाने खूब पटाखे फोड़े हमने ।अपनी बात दोहराते हुए शास्त्री ने कहा कि तुम मेरा साथ दो मैं तुम्हें हिंदु राष्ट्र दूंगा?। यह संकल्प हमने इसी छत्तीसगढ़ की भूमि पर लिया था।
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि कुछ बातें ऐसी होती हैं कि उनकी व्याख्या के लिए उस तरह के शास्त्र पढऩे होते हैं हमने वो शास्त्र नहीं पढ़ें हैं। हमने दीवाली शास्त्रों के अनुसार मनाई है। आगे वर्ष भर लोग निरोग रहे इसलिए ध्वनि कि जाती है। वो भी आतिशबाज़ी स्वास्थ्य संबंधी मामला है। क्रिसमस पर आतिशबाज़ी पर कहा कि वो राजनीतिक हिंदुत्व है उस पर हम ज्यादा नहीं बोलते ।
दक्षिण के जारी दंगल में रविवार को दोनों प्रमुख प्रत्याशी धर्म और धर्म गुरुओं की शरण में रहे। भाजपा प्रत्याशी सुनील सोनी ने बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री को प्रणाम किया तो कांग्रेस के आकाश शर्मा ने शंकराचार्य ये समक्ष धुटनों पर बैठे।