सुकमा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सुकमा, 2 नवंबर। सुकमा पुलिस को नक्सलवाद के मोर्चे पर जंग में बड़ी सफलता मिली है। जिले के अलग-अलग स्थानों से आठ नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है। बुधवार को पुलिस ने इन गिरफ्तारियों की पुष्टि की है। मीडिया को दिए बयान में सुकमा पुलिस ने बताया कि मंगलवार को सभी नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने नक्सलियों से पूछताछ भी की है। सुकमा में पुलिस फोर्स ने मंगलवार को चिंतलनार थाना क्षेत्र से 6 नक्सलियों को गिरफ्तार किया, जबकि कोंटा और चिंतागुफा से एक-एक माओवादियों की गिरफ्तारी हुई है।
जिला सुकमा में अधीक्षक के पर्यवेक्षण में नक्सल उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है, इसी तारतम्य में नक्सलियों की उपस्थिति की आमसूचना पर सीआरपीएफ की संयुक्त पार्टी सुरपनगुड़ा के जंगल पहाडिय़ों में गस्त सर्चिंग हेतु रवाना हुए थे, कि सर्चिंग के दौरान सुरपनगुड़ा के जंगल में पुलिस पार्टी को देखकर कुछ संदिग्ध व्यक्ति घंने जंगल-झाडिय़ों का लाभ उठाकर भागने लगे, सुरक्षाबलों द्वारा दौड़ाते हुए घेराबंदी कर कुल 06 संदिग्धो को पकड़ा गया। पकड़े गये संदिग्धों की संदेहास्पद हरकतों को देखते हुए उनसे उनका नाम पता पूछने पर उन्होने अपना नाम 1. भोगाम सोमा (22) 2. माड़वी कोसा (35), 3. बारसे भीमा (27), 4. बारसे सोमड़ा (30), 5. बारसे जोगा (25), 6. वेट्टी सुक्का (36)सुकमा का निवासी होना तथा सभी सुरपगुड़ा आरपीसी अन्तर्गत मिलिषिया सदस्य के पद पर कार्य करना बताये। सभी संदिग्धों की तलाशी ली गई जिस पर भोगाम सोम विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 4, 5 का पाये जाने से अपराध पंजीबद्ध कर आरोपियों के विरूद्ध वैधानिक कार्रवाई करते विधिवत न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर जेल भेजा गया।
इसी तारतम्य में नक्सलियों की उपस्थिति की आसूचना थाना चिंतागुफा से उपनिरीक्षक दल्लुराम मोर्य के हमराह बल चिंतागुफा बस्ती रवाना हुए थे कि अभियान के दौरान एक संदिग्ध व्यक्ति पुलिस पार्टी को पास आता देखकर भागने लगा, जिसे घेराबंदी कर पुलिस पार्टी के द्वारा दौड़ाकर पकड़ गया बाद पुछताछ करने पर अपना नाम पोडिय़ाम पण्डा पिता हिडिय़ा साकिन चिंतागुफा, थाना चिंतागुफा, जिला-सुकमा का होना तथा नक्सल सप्लायर कार्य करना बताया। जो चिंतागुफा क्षेत्र में रहकर बड़े नक्सली साथियों को समान एवं लेवी वसूली कर पहूंचाना बताया तथा उक्त संदिग्ध व्यक्ति के विरूद्ध पूर्व में कई नक्सली घटनाओं में शामिल रहना स्वीकार किया तथा थाना में रिकार्ड चेक करने पर उक्त नक्सली के विरूध जिले के विभिन्न थानों में कुल 6 मामलों में स्थायी वारंट होना पाया गया।
सर्चिंग अभियान के दौरान ग्राम गोमपाड़ में एक संदिग्ध व्यक्ति पुलिस को देखकर लुका छिपी करते जंगल की ओर भागने लगा, जिसे पुलिस पार्टी द्वारा घेराबंदी कर पकड़ा गया, तथा उक्त संदेही से नाम पता पूछने पर अपना नाम मडक़म देवा (53) होना तथा नक्सली संगठन मे आरपीसी अध्यक्ष के पद पर कार्य करना स्वीकार किया जिसे हिरासत में लेकर थाना कोंटा लाकर गहन पूछताछ करने पर उक्त संदिग्ध व्यक्ति गोमपाड़ में रहकर अपने बड़े नक्सली साथियों को समान पहुंचाने तथा सुरक्षा बलों के आवा-जाही का रेकी करना बताया तथा थाना में रिकार्ड चेक करने पर उक्त संदिग्ध व्यक्ति के विरूद्ध जिसे वैधानिक विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर न्यायिक रिमाण्ड में जेल भेजा गया। नक्सलियों की गिरफ्तारी हेतु जिले में लगातार विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
इस एक्शन में सुकमा पुलिस के अलावा छत्तीसगढ़ पुलिस के जिला रिजर्व गार्ड और सीआरपीएफ की टीम शामिल रही है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 165वीं और 150वीं बटालियन और कोबरा की टीम इस ऑपरेशन में शामिल थी। कोबरा टीम सीआरपीएफ की एक विशिष्ट इकाई है, जिसका नाम कमांडो बटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन है। कोबरा टीम की 201वीं बटालियन और जिला पुलिस की संयुक्त टीमों ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया है।
सुकमा पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए सभी नक्सली पुरुष हैं और उनकी उम्र 20 से 55 साल केक बीच है। चिंतलनार से गिरफ्तार नक्सलियों के कब्जे से डेटोनेटर वायर, पटाखे, डेटोनेटर, कॉर्डेक्स वायर और माओवादी बैनर बरामद किए गए हैं। इससे पहले 28 अक्टूबर को सुकमा में दो स्थानों से कुल 19 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया, उसके एक दिन बाद 8 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया।