दंतेवाड़ा, 29 अक्टूबर। दंतेवाड़ा प्रशासन द्वारा यात्रियों की सुविधाओं में बढ़ोतरी हेतु हर संभव प्रयास किया जा रहे हैं। इसी तारतम्य में संयुक्त जिला कार्यालय परिसर में जिले के कटेकल्याण, मैलावाड़ा, एवं गीदम के युवा समूह क्रमश: जय बस्तर युवा समूह कटेकल्याण, गंगादई बस ट्रेवल्स मैलावाड़ा, दंतेश्वरी समूह गीदम के युवाओं को विधायक चैतराम अटामी द्वारा नये बसों की चाबियां सौंपी गई। इस मौके पर विधायक ने सभी युवाओं को शुभकामनाएं देते हुए उन्हें जिम्मेदारी के साथ बस संचालन की समझाइश भी दिया।
इस दौरान उन्होंने स्वयं कलेक्ट्रेट परिसर में बस चलाकर ’’टेस्ट ड्राइव’’ भी किया।
ज्ञात हो कि कटेकल्याण का युवा समूह बड़े गुडरा से गुड़से तथा मैलावाड़ा का समूह भूसारास से दंतेवाड़ा तथा गीदम का समूह भटपाल से कटेकल्याण तक ग्रामीणों को बस सुविधा उपलब्ध कराएगा। इन बस सर्विसों का रूट अनुसार दंतेवाड़ा से बड़ेगुडरा, कटेकल्याण, गाटम, मेटापाल, मेंदोली, जराम, पोन्दुम, दंतेवाड़ा, गंजेनार, नकुलनार, कुआकोंडा, मैलावाड़ा, मोखपाल, बड़ेगुडरा, तक। दंतेवाड़ा से पोटाली अरनपुर, समेली, मालेंडा, पालनार, गोंगपाल, नकुलनार, गंजेनार, दंतेवाड़ा तक। दन्तेवाड़ा से छिंदनार, मोफलनार, तुमनार, बड़ेसुरोखी, समलूर, गीदम, दंतेवाड़ा तक। दंतेवाड़ा से भुसारास, मोखपाल, मैलावाड़ा, नकुलनार, गंजेनार, दंतेवाड़ा, तक। दंतेवाड़ा से नारायणपुर, सातधार, हितामेटा, बारसूर, रोंजे, हीरानार, गीदम, दंतेवाड़ा निर्धारित रहेगा।
इस मौके पर इन युवाओं में से सखाराम ठाकुर, शिवनाथ, छन्नू राम ताती, ललिता, मुकेश, हेमकुमार पांडेय ने शासन प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए विश्वास दिलाया कि वे बस परिचालन की जिम्मेदारी को पूरी क्षमता से उठाएगें। इसके साथ ही गीदम के अन्य युवा बिसरो राम को टैक्सी परिचालन हेतु बोलेरो वाहन दिया गया। ज्ञात हो कि जिले के अंदरूनी इलाकों में बस सुविधा उपलब्ध न होने से यहां के रहवासियों को हमेशा आने जाने में दिक्कतों को सामना करना पड़ता था इसके चलते उन्होंने जिला प्रशासन के समक्ष अपनी इस मांग को रखा था और प्रशासन द्वारा भविष्य में भी इसी प्रकार के अन्य क्षेत्रों में बस सुविधा परिचालन प्रारंभ किया जाएगा। इन समूहों को बस प्रदाय प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम अन्तर्गत तथा जिला खनिज न्यास निधि के माध्यम से दिया गया है। इस मौके पर कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी, एसपी गौरव राय, नगर पालिका उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप और नंदलाल प्रमुख रूप से मौजूद थे।