बालोद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा, 10 अक्टूबर। शहर के श्रमिक संगठनों की ओर से की गई मांग और पहल पर प्रबंधन ने ठेका श्रमिकों को सशर्त मेडिकल सुविधा देने के लिए तैयार हो गया जिसमें कहा गया कि बाह्य रोग के लिए ही मेडिकल सुविधा दल्ली राजहरा के दो अस्पताल जिसमें शहीद अस्पताल एवं ज्योति अस्पताल को चिन्हित किया गया था, लेकिन यदि श्रमिक या उनके परिजन को भर्ती करने की आवश्यकता हुई तो उसका इलाज आयुष्मान कार्ड के जरिए से होगी।
शर्त अनुसार दोनों अस्पतालों द्वारा विगत 9 माह से ठेका श्रमिकों एवं उनके परिजनों की इलाज प्रारंभ कर दी गई, लेकिन कई बार बीएससी प्रबंधन को इलाज का बिल दिए जाने के उपरांत भी इलाज में आई बिल की राशि का भुगतान प्रबंधन की ओर से नहीं की गई। आखिरकर अस्पताल संचालकों को ठेका श्रमिकों कि इलाज बंद करने के लिए बीएसपी प्रबंधन को नोटिस देना पड़ा द्य साथ ही अपने अस्पताल में नोटिस लगाना पड़ा कि आगामी तारीखों से अस्पताल में इलाज नहीं हो पाएगा, जिसके तहत ज्योति अस्पताल में 7 अक्टूबर से इलाज बंद करने का नोटिस चस्पा की गई, वहीं शहीद अस्पताल प्रबंधन की ओर से 17 अक्टूबर से इलाज बंद करने के लिए नोटिस लगाया गया। इसकी जानकारी जब भाजपा मंडल अध्यक्ष राकेश द्विवेदी को हुआ तो उन्होंने विज्ञप्ति जारी कर कहा कि यदि श्रमिक हित में लिए गए निर्णय को बंद किया जाता है तो श्रम मंत्रालय के अलावा माननीय सांसद भोजराज नाग के साथ स्वास्थ्य मंत्री से भी शिकायत की जाएगी। बीएसपी प्रबंधन के द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए कल शाम को ही दोनों अस्पताल के संचालकों को बुलाकर इलाज में आई बिल की राशि का भुगतान किया गया है।
मंडल अध्यक्ष राकेश द्विवेदी ने कहा कि केंद्र में पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार और राज्य में मुख्यमंत्री विष्णु देव जी की सरकार संयुक्त रूप से पूरे देश तथा राज्य में पारदर्शिता चाहती है। किसी भी श्रमिकों के साथ वह अन्याय नहीं चाहता, यदि कोई भी संस्था या व्यक्ति श्रमिक हित के कार्य में बाधा पहुंचती है तो उनके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
बीएससी प्रबंधन की ओर से अस्पताल संचालकों को जो भुगतान किया गया है, उसके लिए सभी को बधाई तथा श्रमिकों को भी बधाई कि उनके और उनके परिवार इलाज में कोई बाधा नहीं आएगी।