धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 6 अक्टूबर। जिले में जल जगार महोत्सव के दौरान आज दूसरे दिन अल सुबह हाफ मैराथन में सैकड़ों की तादाद में लोग पहुंच गए। जल जागरूकता के लिए आयोजित इस विराट आयोजन का हिस्सा बने। रविशंकर जलाशय गंगरेल डैम के मुहाने से शुरू हुई इस हाफ मैराथन को 3 श्रेणियों में आयोजित किया गया। इसमें गंगरेल हाफ मैराथन, एन्डुरन्स रन और वॉकेथॉन शामिल है।
गंगरेल हाफ मैराथन के तहत 21.1 किमी का मैराथन में 18 से 29 वर्ष, 30 से 49 वर्ष तक की आयु वर्ग तथा 50 वर्ष से अधिक आयु के प्रतिभागी हिस्सा लिए। एन्डुरन्स रन के तहत 10 किमी का मैराथन में 15 से 29 वर्ष, 30 से 49 वर्ष तक की आयु तथा 50 वर्ष से अधिक आयु के प्रतिभागी शामिल हुए। इसके साथ ही पारिवारिक मनोरंजन के लिए वॉकेथॉन के तहत 5 किलोमीटर का मैराथन में पुरुष और महिला दोनों श्रेणी में लोग हिस्सा लेते नजऱ आए। ज्ञात हो यह पूरा आयोजन गंगरेल डैम के गेट से लेकर कुकरेल तक आयोजित किया गया और इससे पहले स्वस्थ तन मन के लिए ज़ुंबा करते विभिन्न धुनों पर लोग थिरकते भी नजऱ आये।
कॉलेज के स्टूडेंट्स बने नेता, विधानसभा अध्यक्ष, मंत्री, नेता प्रतिपक्ष की निभाई भूमिका
इस महोत्सव में लोगों को जल से जोडऩे एवं सामुदायिक सहभागिता के उद्देश्य गंगरेल में छत्तीसगढ़ के कॉलेज के स्टूडेंट्स जल असेंबली में शामिल होकर अपनी अपनी भूमिका निभाई।जिसमें जल संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण,
सदन में मानवीय सभ्यता और संस्कृति में जल की भूमिका, संकट और भविष्य की दिशा पर चर्चा की। पक्ष विपक्ष से चर्चा कर निष्कर्ष निकालने का प्रयास किया कि जल संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण के लिए जल जागरूकता लाने में सहयोग मिलेगा। 50 कॉलेज के स्टूडेंट्स नेता की भूमिका अदा किया। जिसमें कॉलेज के स्टूडेंट्स ही जल असेंबली का संचालन किया और अध्यक्ष, मुख्यमंत्री, सिंचाई एवं जल मंत्री, वन एवं पर्यावरण मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, आदिवासी मामले मंत्री, खनन एवं उद्योग मंत्री, कृषि मंत्री, महिला एवं बाल विकास मंत्री, नेता प्रतिपक्ष, विधानसभा सचिव की भूमिका का संचालन किया और सदन में मानवीय सभ्यता और संस्कृति में जल की भूमिका, संकट और भविष्य की दिशा पर चर्चा कर जल संरक्षण के लिए सामुदायिक सहभागिता पर जोर दिया गया। विपक्ष के सदस्यों ने भी गरमा गरमा बहस के बाद जल संरक्षण के लिए सहमति बनी।