बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 4 अक्टूबर। शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एवं शासकीय माध्यमिक विद्यालय कुरा कक्षा 6वीं से 12वीं तक के समस्त विद्यार्थियों को बाल संरक्षण, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, एक युद्ध नशे के विरुद्ध, मिशन शक्ति आदि विषयों पर व्योम श्रीवास्तव, जिला बाल संरक्षण अधिकारी एवं पर्यवेक्षक रानू मिश्रा परियोजना नांदघाट सेक्टर कुरा ने विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
इसमें बताया गया कि बाल संरक्षण का तात्पर्य बच्चों के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य की सुरक्षा और उनके अधिकारों का संरक्षण करना है। साथ ही बच्चों को शोषण और दुव्र्यवहार से बचाना, बच्चों के अधिकारों की रक्षा करना, बच्चों के शिक्षा और स्वास्थ्य की सुरक्षा करना, बच्चों को सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण प्रदान करना। इसके अलावा बाल शोषण, बाल मजदूरी, बाल विवाह, बाल तस्करी की रोकथाम व बाल संरक्षण के लिए कानूनी अधिनियमों पर संक्षेप में जानकारी दी गई। राजेंद्र प्रसाद चंद्रवंशी, परियोजना समन्वयक (सीएचएल) जिला बाल संरक्षण इकाई, महिला एवं बाल विकास विभाग के द्वारा बच्चों पर होने वाली लैगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 पर छात्र एवं छात्राओं को विस्तार से जानकार दी।
वर्तमान में बच्चे मोबाईल के मोह से छुटकारा पाने के लिए मोबाईल पर गेम (खेल) ना खेलें बल्कि खेल वास्तविक मैदान में खेलें जिससे खेल में पारंगत होंगे और शारीरिक गतिविधियां भी होगा जिससे बच्चे, कम उम्र में होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है। पंकज घृतलहरे एवं टुवेन्द्र सिंग वर्मा, पैरालीगल वालेंटियर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सेवाओं पर जानकारी दी। उक्त कार्यक्रम में दोनों विद्यालयों के प्रधान अध्यापक प्राचार्य एवं व्याख्याता शिक्षक शिक्षिकाओं तथा विद्यार्थियों की उपस्थिति रही।