बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 30 सितंबर। कृषि विज्ञान केन्द्र में विकसित भारत अंतर्गत विभिन्न आजीविका मूलक उन्नत कृषि तकनीकों पर 5 दिवसीय कृषक प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण में बेमेतरा जिले के 200 कृषक, महिला कृषक एवं कृषि सखियों ने इस प्रशिक्षण में शामिल हुए।
वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं केन्द्र के प्रमुख डॉ. तोषण कुमार ठाकुर ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत कृषकों को जैविक खेती, सब्जियों की नर्सरी उत्पादन तकनीक, समन्वित कृषि प्रणाली एवं मशरूम उत्पादन के विषयों पर विस्तृत जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के दौरान कृषकों को बताया गया कि जैविक खेती एवं प्राकृतिक खेती भविष्य की मांग है, जैविक खेती एवं प्राकृतिक खेती के माध्यम से ही कृषि भूमि के स्वास्थ्य व उससे मिलने वाली उपज की गुणवत्ता को बेहतर किया जा सकता है।
प्रशिक्षण में जानकारी दी कि पाली हाउस या हाईटेक नर्सरी की स्थापना करके सब्जियों की नर्सरी पौध सामग्री का उत्पादन कार्य भी एक लाभप्रद व्यवसाय है, क्योंकि बेमेतरा जिला में वर्तमान में वर्षभर विभिन्न सब्जी वर्गीय फसलों की खेती 19 हजार से अधिक रकबें में की जाती है। ऐसे कृषक जो कृषि भूमि हीन है वे कृषक अपने घर के अतिरिक्त कमरा में मशरूम उत्पादन कर अतिरिक्त आय प्राप्त कर सकते है।