दूसरे विधानसभा के नेताओं ने की दावेदारी, किरकिरी के बाद वापस लेने पहुंचे आवेदन
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 23 अगस्त। कांग्रेस के विधायक दावेदारों के आवेदनों की संख्या देख हर कोई हैरान है, सिर्फ बैकुंठपुर विधानसभा में 52 दावेदारों ने अपना आवेदन जमा किया है। कांग्रेस इसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया बता रही है जबकि लोग इसे कांग्रेस की गुटबाजी बता रहे है। इसमें कुछ तो ऐसे है जिनका खुद का वोट बैकुंठपुर विधानसभा में नहीं है कुछ ऐसे भी दावेदार है जिन्होनें जिला विभाजन का खुल कर कोरिया का विरोध किया तो कुछ ऐसे है जो जनपद और जिला सदस्य के चुनाव में बुरी तरह हार चुके हैैं। कुछ को तो लोग भी सही ढंग से जानते तक नहीं है।
बैकुंठपुर विधानसभा में कांग्रेस के दावेदारों की संख्या देख सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि विधायक की दावेदारी सिर्फ इसलिए कर रहे है, ताकि उन्हें उनकी दावेदारी वापस लेने का जब कांग्रेस आला कमान दबाव बनाएगा तो वे अपने नेता के नाम की शर्त पर अपनी दावेदारी वापस ले लेगेंं। ताकि उनके नेता को टिकट मिल सके।
इसी होड़ में नेताओं के समर्थकों ने जमकर फार्म जमा किए, समर्थक कम पड़े तो भाग दौड़ कर दूसरे विधानसभा के निवासियों को भी दावेदार बनकर विधायक के लिए आवेदन जमा कर दिया। वहीं ज्यादातर नाम एकदम नए है, ऐसे नाम भी हैं, जिनसे आमजन भी अनभिज्ञ है।
52 दावेदारों ने जमा किया आवेदन
विधायक की दावेदारी के लिए कुल 52 दावेदारों की फार्म जमा कर दिया है, यहां से 5 लोगो के नाम जिला कांग्रेस कमेटी को भेजा जाएगा, उसके बाद वहां से पैनल बनाकर प्रदेश चुनाव समिति को भेजा जाएगा। जिसमें श्रीमती अम्बिका सिंहदेव, अशोक जायसवाल, योगेश शुक्ला, वेदांती तिवारी, मुख्तार अहमद, प्रेम सागर तिवारी, राजन पाण्डेय, अनित दुबे, बिहारीलाल राजवाड़े, संगीता राजवाड़े, अनिल कुमार जायसवाल, ईश्वर सिंह, मो. वाहिद, रामधन देवांगन, राकेश प्रताप सिंह, वंश गोपाल जायसवाल, गणेश उदय सिंह, रियाज कुरैशी, प्रखर जायसवाल, शहाब अख्तर सिंह, कमल कांत साहू, पिताम्बर सिंह, संजय गुप्ता, यवत कुमार सिंह, गीता देवी जायसवाल, गणेश राजवाड़े, रजनीकांत शुक्ला, रियाज अहमद, मकबूल खान, श्यामलाल पैकरा, संजय टोप्पो, आशा महेश साहू, सोनू राज यादव, दीपक गुप्ता, उदय नारायण चेरवा, महेंद्र कुमार साहू, रामकृष्ण साहू, संगीता सोनवानी, तारा पाण्डेय, कृष्णा कुमार राजवाडे, भूपेंद्र सिंह, अरविंद कुमार सिंह, नीलेश पाण्डेय, आशीष कुमार यादव, भूपेश गुप्ता, अन्नपूर्णा सिंह, विकास श्रीवास्तव, सुजीत सोनी, कलावती मरकाम, लालमुनी यादव, सागर शर्मा ने अपना फार्म जमा किया।
किरकिरी के बाद वापसी की गुहार
दूसरे विधानसभा के दावेदारों ने जब फार्म जमा कर दिया, यह सर्वविदित है कि परिसीमन के बाद कोरिया जिले में तीन विधानसभा अस्तित्व में आई, जिसमें बैकुंठपुर विधानसभा में दूसरे विधानसभा के कांग्रेस के पदाधिकारियों ने फार्म जमा कर दिया, बाद में जब दूसरे विधानसभा में दावेदारी को लेकर किरकिरी होने लगी तो फार्म वापस लेने पहुंच गए, परन्तु फार्म लेने के बाद वापसी की कोई प्रक्रिया नहीं होने के कारण अब उनका नाम भी दावेदारों में शामिल कर लिया गया है, दावेदारी से साफ है कि दूसरे विधानसभा के लोग क्यों और किसके इशारे पर दावेदारी करने आगे आए है। कांग्रेस के अंदरखाने एक दूसरे के विधानसभा में गुटबाजी कराने की पूरी कोशिश साफ देखी जा रही है।
अंदरखाने जबरदस्त गुटबाजी
कोरिया कांग्रेस में अविभाजीत कोरिया के समय से ही गुटबाजी हावी रही है, कोरिया में कांग्रेस के अदंरखाने सब कुछ ठीक नहीं है। यही कारण है कि 52 दावेदारों ने अपनी दावेदारी जताई है, नामों में ज्यादा तर कोई ना कोई किसी एक बड़े नेता का समर्थक बताया जा रहा है। कोरिया में कुछ बड़े नेता ऐसे है जिन्होने बीते साढ़े 4 साल कई तरह की पार्टी देकर खुद को दावेदारी में आगे रखा है, उन्होने भी फार्म जमा किया है। उन्होने हर मंच पर जाकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है, ऐसे नेताओं को यदि टिकट नहीं मिलती है तो उन्हें बड़ा धक्का लगेगा।