बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 18 अक्टूबर। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा व छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के खिलाफ दर्ज एफआईआर पर शासन की ओर से आज जवाब नहीं आने के कारण सुनवाई दो सप्ताह के लिए टाल दी गई।
ज्ञात हो कि डॉ. सिंह और डॉ. पात्रा ने अपने ट्विटर एकाउंट में कांग्रेस का एक लेटर पैड 18 मई को पोस्ट किया गया था जिसमें देश का माहौल खराब करने के लिये कथित रूप से योजना बनाने की जानकारी दी गई थी। इसमें लिखा था कि देश को बदनाम करने के लिये कांग्रेस षडय़ंत्र कर रही है। इस पोस्ट में दिखाये गये लेटर पैड को फर्जी बताये हुए युवक कांग्रेस ने अगले दिन डॉ. पात्रा व एनएसयूआई ने डॉ. सिंह तथा डॉ. पात्रा के खिलाफ रायपुर के सिविल लाइन थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। पुलिस ने गैर जमानती धाराओं में अपराध दर्ज किया। इसके बाद भाजपा नेताओं ने प्रदेशभर में गिरफ्तारी देने का अभियान भी चलाया। पुलिस ने डॉ. पात्रा और डॉ. रमन सिंह को नोटिस जारी कर बयान दर्ज कराने कहा। डॉ. पात्रा पुलिस के समक्ष नहीं पहुंचे जबकि डॉ. रमन सिंह अनेक भाजपा नेताओं के साथ थाने गये थे।
भाजपा नेताओं ने अधिवक्ता विवेक शर्मा के माध्यम से हाईकोर्ट में एफआईआर रद्द करने के लिये याचिका दायर की। उन्होंने कहा कि एफआईआर राजनीतिक कारणों से दर्ज की गई है। जो पोस्ट उन्होंने डाली है वह पहले से सोशल मीडिया में मौजूद था। 14 जून को हाईकोर्ट ने पुलिस की कार्रवाई पर रोक लगा दी। इसके रोक के खिलाफ राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की, पर वहां हाईकोर्ट के आदेश पर कोर्ट ने हस्तक्षेप करने से मना कर दिया।
इसके बाद अब हाईकोर्ट में शासन को जवाब देना है जिसमें एफआईआर की जानकारी देनी है। आज 18 अक्टूबर को इस पर कोर्ट में सुनवाई होनी थी।