जशपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पत्थलगांव, 18 अक्टूबर। पत्थलगांव घटना के बाद एसपी ने पत्थलगांव थाने में बड़े फेरबदल किए। ज्यादातर पुलिस स्टाफ को रक्षित केंद्र भेजा गया है।
ज्ञात हो कि 15 अक्टूबर को पत्थलगांव में दुर्गा विसर्जन शोभायात्रा में गांजा तस्करों की एक गाड़ी लोगों को रौंदते हुए निकल गई। जिसमें गौरव अग्रवाल उर्फ नाटू की मौत हो गई थी, वहीं करीब दो दर्जन लोग घायल हो गए थे। घटना को लेकर पत्थलगांव के नागरिकों ने चक्का जाम एवं पुलिस के खिलाफ काफी नाराजगी जाहिर की थी और दो दिन तक पत्थलगांव पूरी तरह पुलिस छावनी में तब्दील हो गया था।
कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल, सरगुजा आईजी अजय कुमार यादव, जशपुर पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल तीन दिनों तक पत्थलगांव में डटे रहे। स्थानीय लोगों को समझाते रहे। वहीं स्थानीय लोगों के द्वारा समय-समय पर कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को पत्थलगांव की अव्यवस्था से अवगत कराया। इन मुद्दों को कलेक्टर और एसपी ने पत्थलगांव में रह कर जमीनी हकीकत से रूबरू हुए। लगातार व्यवस्था को बेहतर करने जिला प्रशासन से मिले आश्वासन से लोगों को कुछ उन्मीदे तो बनी, पर हकीकत में उसे अमली जामा पहनाने का इंतजार भी करते रहे।
वही तीन दिनों के बाद पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने पत्थलगांव थाने में बड़ा फेरबदल किया, और ज्यादातर पुलिस स्टाफ को रक्षित केंद्र भेजा गया है।
जशपुर पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल ने बताया कि ये प्रशासनिक फेरबदल किया गया है। जो ज्यादा और लंबे दिनों से एक ही थाने में पदस्थ थे। उन्हें अन्यंत्र भेजा गया है। वहीं तीन दिन तक पत्थलगांव में रहने से यातायात पुलिस की जरूरत समझी गई जिसके लिए जशपुर यातायात ऑफिस से जोड़ कर स्टाफ को बढ़ाया गया है। आगे और भी जरूरत के मुताबिक बेहतर व्यवस्था बनाने कार्य किए जाएंगे।