जशपुर
22 दिनों से अस्पताल में पड़ा था शव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पत्थलगांव, 14 अक्टूबर। तमिलनाडु में जशपुर जिले के एक मजदूर की 20 दिन पहले मौत हो गई थी। और उसका शव अस्पताल में मरच्यूरी में रखा गया था। इसकी जानकारी मिलने पर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के प्रयास से परिजनों को मृतक रामकेश्वर के अंतिम संस्कार में शामिल होने का अवसर मिला।
सूचना प्राप्ति के 24 घंटों के भीतर जिला प्रशासन ने टीम बनाकर तमिलनाडु भेजा और परिवार को हर संभव सहायता देते हुए मृतक का अंतिम संस्कार भी करवाया गया।
11 अक्टूबर को सूत्रों के माध्यम से जिला प्रशासन के संज्ञान में यह बात आई कि तमिलनाडु के तिरूपत्तूर में जिला जशपुर बगीचा विकासखण्ड के ग्राम सामरबार निवासी मजदूर रामकेश्वर कुछ महीनों पूर्व किसी फैक्ट्री में काम करने गया था। वहां इसकी मृत्यु लगभग 20-22 दिन पूर्व हो गई थी। उसका शव अस्पताल में मरच्यूरी में रखा हुआ था। कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल मार्गदशन और पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल के दिशा-निर्देश में तत्काल टीम तिरूपत्तूर जिला भेजने के लिए कहा गया। एसडीएम बगीचा आकांक्षा त्रिपाठी ने टीम बनाकर रवाना किया।
पुलिस थाना द्वारा प्रशासन से संपर्क के पश्चात् यहां तत्काल संवेदनशीलता दिखाते हुए रात करीब 3 बजे पुलिस प्रशासन की टीम तमिलनाडु रवाना की गई। मृतक के परिवार की जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विनोद सिह का विशेष सहयोग रहा। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण जिला प्रशासन ने परिवार को हर संभव सहयोग प्रदान किया। टीम में मृतक का भाई रामेश्वर, बगडोल सरंपच ललित कुमार नागेश एवं मिथलेश यादव प्रधान आरक्षक थाना बगीचा शामिल थे। 12 अक्टूबर की दोपहर 1 बजे परिजनों की उपस्थिति में तिरूपतूर में ही मृतक का अंतिम संस्कार किया गया। सूचना प्राप्ति के 24 घंटों के भीतर जिला एवं पुलिस प्रशासन के सार्थक और त्वरित प्रयास से मृतक रामकेश्वर को 1800 किमी की दूरी से आए अपने परिजनों द्वारा पंचतत्व में विलीन होने का अवसर मिला।