राजनांदगांव
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
राजनांदगांव, 13 अक्टूबर। खैरागढ़ के पूर्व विधायक एवं लोधी समाज के संरक्षक कोमल जंघेल ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार बघेल के एक बीबीवी वीडियो में दिए बयान कि रविन्द्र चौबे कृषि मंत्री लोधी समाज से नफरत करते हैं। यह बयान घोर निंदनीय है। इस पर कोमल जंघेल ने आपत्ति करते कहा कि मंत्री का विचार बहुत ही आपत्तिजनक है, उनको लोधी समाज से माफी मांगना चाहिए और अपनी स्थित लोधी समाज के सामने स्पष्ट करना चाहिए और अगर नंदकुमार की बयान गलत है तो मंत्रीजी को उनका खंडन करना चाहिए।
पूर्व विधायक कोमल जंघेल ने अपने बयान में कहा कि अभी-अभी एक बीबीवी की वीडियो वायरल हुआ है। जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री के पिता ने अपने एक इंटव्यू के माध्यम से स्पष्ट बोलते कहा है कि प्रदेश के मंत्री व साजा के वरिष्ठ विधायक रविन्द्र चौबे लोधियों से नफरत करते हैं और पिछड़ा वर्ग के लोगों को पसंद नहीं करते। ओबीसी लोगों के खिलाफत रहते हैं। इस वजह से पिछड़ा वर्ग से संबंधित जितने भी शिक्षक व अन्य कर्मचारी हंै, उसे अपने विधानसभा से बाहर दूर दूर तक ट्रांसफर कराकर दूर भेज रहे हैं। साजा इलाके के लोधी समाज के लोकप्रिय नेता राजेन्द्र सिंग वर्मा जो मुख्यमंत्री के खास माने जाते थे, उसे चौबे ने कुछ आधार बनाकर कांग्रेस पार्टी से निकलवा दिया। इस तरह का बयान वीडियो के माध्यम से देकर नंदकुमार बघेल ने स्पष्ट कर दिया है कि श्री चौबे लोधी समाज से अत्यंत नफरत करते हैं, चिढ़ते हैं, जबकि लोधी समाज के ही बदौलत आज वो राजनीतिक क्षितिज पर है। उनकी मानसिकता लोधियों के खिलाफ है।
कोमल जंघेल ने कहा है कि जिस लोधी समाज के दम पर साजा विधानसभा में वर्षों से एक मजबूत नेता के रूप में स्थापित है, उस लोधी समाज के प्रति मंत्री की सोच-विचार गलत व निंदनीय है। छत्तीसगढ़ में लोधी समाज का संगठन सर्किल, जिला व प्रदेश स्तर पर संगठन बना हुआ है। सभी संगठन से कोमल जंघेल ने समाज के प्रदेश अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष व पदाधिकारी से विनम्र अपील व आग्रह किया है कि अपने स्तर पर बैठक कर मंत्री व नंदकुमार बघेल का निंदा प्रस्ताव पारित कर समाज की सम्मान की रक्षा करें।