राजनांदगांव
कई नेताओं के घर गए
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 अक्टूबर। सत्ता-संगठन में जगह नहीं मिलने से नाराज कांग्रेस नेताओं को शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के दौरे में खासा महत्व मिला। प्रदेश सरकार के साथ संगठन में पद नहीं मिलने से स्थानीय कई नेता काफी नाराजगी पाले हुए हैं। टीएस सिंहदेव के दौरे में ऐसे नेताओं को खास तरजीह मिली।
राजनीतिक रूप से सिंहदेव के ऐसे नेताओं से मिलने उनके घर जाने के सियासी मायने तलाश किए जा रहे हैं। सिंहदेव के साथ उनके व्यस्त कार्यक्रम के दौरान खुज्जी विधायक छन्नी साहू मौजूद रही। वहीं पूर्व महापौर नरेश डाकलिया, अशोक फडऩवीस, शारदा तिवारी के घर पहुंचकर उनकी निजी और राजनीतिक स्थिति को लेकर लंबी चर्चा की। खुज्जी विधायक श्रीमती साहू सिंहदेव समर्थक मानी जाती है। उन्हें छोडक़र राज्य सरकार ने सभी कांग्रेसी विधायकों को लालबत्ती से उपकृत किया है। अपनी अनदेखी से छन्नी साहू भी सरकार से रूठी हुई है। पूर्व महापौर डाकलिया लंबे समय से सत्ता-संगठन में जगह पाने की कोशिश करते रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के अलावा कई शीर्ष नेताओं से भी पद देने का आग्रह किया था। कांग्रेस से भाजपा में चले जाना उनके लिए पद पाने में अड़चने खड़ी करता रहा है। शीर्ष नेतृत्व कांग्रेस वापसी के बाद भी डाकलिया को पद देने के लिए रजामंद नहीं रहा है।
इसी तरह अशोक फडऩवीस भी असंतुष्ट माने जाते हैं। उनकी धर्मपत्नी राजनांदगांव नगर निगम में पार्षद है। एमआईसी में मेम्बर होने के बाद भी वह संगठन से खफा हैं। बताते हैं कि महापौर के लिए उनकी पत्नी का पहला अधिकार था। सियासी दांव-पेंच के चलते उनकी जगह हेमा देशमुख को हेमा देशमुख को नामित किया गया। इस बीच कांग्रेस नेत्री शारदा तिवारी के घर सिंहदेव अचानक पहुंचे। बताया जा रहा है कि श्रीमती तिवारी के पति का कुशलक्षेम पूछने के लिए सिंहदेव उनके निवास पहुंचे थे। राजनीतिक रूप से ऐसे कुछ नेताओं ने भी टीएस सिंहदेव से नजदीकियां बढ़ाने के लिए जोर लगाया है।
बताया जा रहा है कि सिंहदेव ने भी ऐसे नेताओं से मुलाकात में पूरी रूचि ली। लिहाजा जिन नेताओं के घर मंत्री सिंहदेव पहुंचे वहां उनका जोशीला स्वागत किया गया। सिंहदेव के साथ राजनीतिक संबंध मधुर बनाने की जुगत में नाराज नेताओं ने एक तरह से शक्ति प्रदर्शन भी किया। उनकी अगवानी करने के दौरान ज्यादातर जगह समर्थन में जमकर नारेबाजी की गई। सिंहदेव की पूर्व के दौरे की तुलना में यह दौरा काफी अलग रहा। उनके स्वागत-सत्कार के लिए विशेष रूप से फ्लैक्स तैयार किए गए।
उधर मंत्री सिंहदेव के दौरे पर शहर कांग्रेस भी स्वागत-सत्कार में आगे रहा। शहर अध्यक्ष कुलबीर छाबड़ा ने सिंहदेव के आवभगत में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने भी शहर के अलग-अलग हिस्सों में फ्लैक्स लगाए। वहीं कांग्रेस भवन से ही सिंहदेव के दौरे की शुरूआत हुई। कुलबीर का सिंहदेव से मधुर संबंध रहा है। छाबड़ा अक्सर उनके राजनांदगांव दौरे पर स्वागत करने वालों में आगे रहे हैं। बताया जा रहा है कि शहर संगठन के अध्यक्ष होने की वजह से उन्होंने मंत्री सिंहदेव के दौरे को पूरा समय दिया।