राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 सितंबर। कृषि विभाग जिला राजनांदगांव एक्सटेंशन रिफाम्र्स ‘आत्मा’ योजनांतर्गत खरीफ कृषक वैज्ञानिक परिचर्चा वर्ष 2021 का आयोजन बुधवार को शहीद वीर नारायण सिंह भवन कौरिनभांठा में किया गया। कार्यक्रम में जिले के सभी विकासखंडों से 50 प्रगतिशील कृषक, खरीफ कृषक वैज्ञानिक परिचर्चा में शामिल हुए।
कार्यक्रम में उप संचालक कृषि जीएस धुर्वे, कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. बीएस राजपूत, डिप्टी प्रोजेक्ट डायरेक्टर राजु कुमार, पशुपालन विभाग के सहायक पशुचिकित्सा अधिकारी डॉ. ममता मेश्राम, डॉ. खूबचंद बघेल कृषक अंलकरण से सम्मानित कृषक बिसेसर दास साहू एवं एनेश्वर वर्मा तथा राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय सम्मानित कृषक मंजीत सिंह सलूजा एवं भूपेन्द्र कतलाम की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम में शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा अउ बाड़ी, गोधन न्याय योजना, वर्मी कम्पोस्ट उपयोग लाभ, राजीव गांधी किसान न्याय योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, फसल अवशेष प्रबंधन, बीज उपचार, वेस्ट-डी कम्पेाजर बीज उत्पादन कार्यक्रम, जैविक कीटनाशक निर्माण एवं उपयोग, खरीफ क ी कीट व्याधि प्रबंधन आदि विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई।
उप संचालक कृषि श्री धुर्वे ने ग्रीष्मकालीन धान के बदले दलहन-तिलहन फसलों की खेती के बारे में जानकारी दी गई। कृषि विज्ञान केन्द्र के बीएस राजपूत द्वारा खरीफ फसलों में लगने वाले कीट एवं बीमारियों के प्रबंधन एवं रबी फसल हेतु दलहन-तिलहन फसलों के उन्नत किस्मों एवं मशरूम के उत्पादन के बारे में विस्तार पूर्वक बताया। डिप्टी प्रोजेक्ट डायरेक्टर राजु कुमार साहू द्वारा वर्मी कम्पोस्ट के उपयोग एवं लाभ, वर्षा जल के संवर्धन, कम जल मांग वाली फसलों जैसे-अलसी, कुसुम, चना एवं विभागीय योजना के बारे में बताया गया। मंजीत सिंह सलूजा, बिसेसर दास साहू, भूपेन्द्र कतलाम, एनेश्वर वर्मा ने भी अपने सुझाव दिए। कार्यक्रम में उप संचालक कृषि द्वारा वर्मी कम्पोस्ट के प्रचार-प्रसार एवं वितरण में विशेष सहयोग प्रदान करने हेतु कृषक संगवारी को प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया।