‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
छुरा, 6 अगस्त। चिटफंड कंपनियों में लोगों की जमापूंजी वापस दिलाने की सरकारी घोषणा के बाद आवेदन पत्र जमा करने हजारों निवेशकों की भीड़ सरकारी दफ्तरों में उमड़ी रही।
चिटफंड कम्पनी के धांधली के बारे नगर के वरिष्ठ नागरिक नथमल शर्मा से पूछे जाने पर कहा कि यह चिटफंड कंम्पनी देश को लूटने वाले ईस्ट इंडिया कंपनी के जैसा ही है। आदिवासी भोले भाले लोग ज्यादा धोखाधड़ी के शिकार हुए हैं। सरकार की गरीबों की जमापूंजी डूबता धन राशि को वापस दिलाने का फैसला स्वागत योग्य हैं।
वहीं छुरा जनपद पंचायत के जनपद सदस्य व सर्व आदिवासी समाज के प्रदेश प्रतिनिधि नीलकंठ सिंह ठाकुर का कहना है कि सरकार की इस धन वापसी योजना के तहत सुदूर वनांचल में निवासरत हितग्राहियों के लिए पंचायत स्तर आवेदन लिया जाता, तो और बेहतर होता।